स्कूल बस और डंपर में भिड़ंत, पांच छात्र घायल
भदोही-सुरियावां मार्ग नएपुर नेवादा पुलिया के पास बुधवार को सुबह बच्चों लेकर आ रही वुडवर्ड पब्लिक स्कूल की बस उस समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई जब विपरीत दिशा से आ रहा ट्रक रांग साइड जाकर भिड़ गया। भिड़ंत इतनी जोरदार हुई कि दोनों वाहनों का अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। बस में फंसे बच्चों को बाहर निकाला गया। सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस के जवान मौके पर पहुंच गए। घटना पांच बच्चों सहित सात लोग घायल हो गए।
जासं, भदोही: भदोही-सुरियावां मार्ग नयेपुर नेवादा पुलिया के पास बुधवार को सुबह बच्चों लेकर आ रही वुडवर्ड पब्लिक स्कूल की बस उस समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई जब विपरीत दिशा से आ रहे डंपर से आमने-सामने भिड़ गई। इस दौरान पांच छात्र सहित खलासी और चालक घायल हो गए। इसमें दो बच्चों की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। घटना को लेकर अफरा-तफरी मच गई। आस-पास के लोगों ने बस में फंसे बच्चों को किसी तरह बाहर निकाला। जानकारी होते ही अभिभावक भी अस्पताल पहुंच गए। विद्यालय प्रबंधक की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
स्कूल की बस प्रतिदिन की तरह दुर्गागंज व सुरियावां क्षेत्र के बच्चों को लेकर सुबह 8.30 बजे भदोही की ओर आ रही थी। नएपुर स्थित नेवादा पुलिया के पास जैसे बस पहुंची विपरीत दिशा से आ रहे डंपर में जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के आगे के हिस्से का परखचे उड़ गए। आगे की सीट पर बैठे अमान पुत्र कली, प्रज्ञा दुबे पुत्री नागेंद्र कुमार, इशांत उपाध्याय पुत्र संजीव उपाध्याय, आयुष गुप्ता पुत्र मनोज गुप्ता, प्रतीक्षा वर्मा, खलासी मुकेश पाठक और चालक तलवार सिंह घायल हो गए। चालक खलासी सहित सभी घायल बच्चे सुरियावां क्षेत्र निवासी हैं। इसमें इशांत व चालक तलवार सिंह की हालत चिताजनक देख वाराणसी के ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। बाकी खलासी व अन्य बच्चों को मरहम पट्टी के बाद छोड़ दिया गया। स्कूल के प्रबंधक पुनीत मेहरा के तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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अभिभावकों में मचा कोहराम
स्कूल बस दुर्घटना की सूचना मिलते ही अभिभावकों में हड़कंप मच गया। जो जिस हालत में था उसी हालत में घटनास्थल की ओर भागा। बस व ट्रक की हालत देख अभिभावकों की सांस अटक गई। हालांकि अस्पताल में बच्चों को सही सलामत देख लोगों की जान में जान आई। इस दौरान लोग ऊपर वाले की कृपा के प्रति कृतज्ञ दिखे। सुरियावां, दुर्गागंज के लगभग सभी अभिभावक मौके पर पहुंच थे।