व्यापारी खोज रहे 2000 के नोट
दो वर्ष पूर्व नोटबंदी के बाद प्रचलन में आए दो हजार के नोट आंखों से ओझल होते जा रहे हैं। पुराने नोटों की भले ही अदला बदली हो रही है लेकिन नई करेंसी बैंकों में भी नहीं है। व्यवसायियों दुकानदारों का कहना है कि दो हजार का नोट देखे जमाना गुजर गया। यहां तक कि एक बैंक अधिकारी ने भी माना की पिछले दो माह से दो हजार की नई करेंसी नहीं आई है।
जासं, भदोही : दो वर्ष पूर्व नोटबंदी के बाद प्रचलन में आए दो हजार के नोट इस समय आम आदमी की आंखों से ओझल हो चुके हैं। उन्हें व्यापारी खोज रहे हैं लेकिन मिल नहीं रहा। एटीएम पांच सौ और सौ रुपये के ही नोट उगल रहे हैं। ट्रांसपोर्ट व्यवसायी बच्चा खान ने बताया कि दो हजार के नोट देखे काफी दिन हो गया। कारण समझ में नहीं आ रहा है। काती व्यवसायी मनोज सुराना ने बताया कि पार्टियों से अधिकतर लेन देन चेक में होता है बावजूद इसके दो हजार के नोटों का लुप्त होना चिता का विषय है। बैंकों की मानें तो दो हजार की नई करेंसी पिछले दो माह से नहीं मिली है। एलडीएम उमेश कुमार का कहना है कि इस पर कोई रोक अथवा शासन या आरबीआई की ओर से दिशा निर्देश नहीं है। दो हजार के नोटों की उपलब्धता कम होने के कारण समस्या आ रही है।