पेट्रोल पंपों के लीज में की जा रही स्टांप चोरी
औराई निबंधन कार्यालय कभी फर्जी बैनामा तो कभी जाली हस्ताक्षर बनाए जाने लेकर सुर्खियों में रहा। गुरुवार को एक बार फिर अपने कारनामा को लेकर चर्चा में है। आलम यह है कि पेट्रोल पंपों के लीज में लगने वाले पट्टा विलेख पत्रों में किराया कम दिखाकर स्टांप चोरी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : औराई निबंधन कार्यालय कभी फर्जी बैनामा तो कभी जाली हस्ताक्षर बनाए जाने लेकर सुर्खियों में रहा। गुरुवार को एक बार फिर अपने कारनामा को लेकर चर्चा में है। आलम यह है कि पेट्रोल पंपों की लीज में लगने वाले पट्टा अभिलेख पत्रों में किराया कम दिखाकर स्टांप चोरी की जा रही है। इससे सरकार को लाखों का राजस्व नुकसान होने का मामला सामने आया है। हालांकि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं फाइनेंस राम¨सह वर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया है।
जिले में करीब दो दर्जन स्थानों पर नए पेट्रोल पंप खोलने के लिए विज्ञप्ति निकाली गई थी। गाइडलाइन के अनुसार पेट्रोल पंप खोलने वाली संस्थाओं की निजी अथवा लीज पर ली गई भूमि चाहिए। अधिसंख्य आवेदकों की निजी भूमि न होने के कारण संबंधित काश्तकार से किराया तय कर लीज पर भूमि ली जा रही है। इसके लिए निबंधन कार्यालय में स्टांप ड्यूटी जमा करने के बाद लीज की औपचारिता पूरी करनी होती है। औराई क्षेत्र के तिउरी गांव में स्थित आराजी संख्य 403 की रजिस्ट्री 27 नवबंर 2018 को की गई। इसमें एक हजार रुपये प्रतिमाह किराया दर्ज कर निबंधन कार्यालय के अधिकारियों से मिलीभगत कर स्टांप चोरी की गई। इस बात की पुष्टि भी तब हुई जब इसी आराजी से जुड़े एक अन्य हिस्से पर बीस हजार रुपये प्रतिमाह किराया दिखाकर स्टांप लिया गया। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि तिउरी गांव में स्थित भूमि का मामला संज्ञान में है। मामले की जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही स्टांप ड्यूटी की वसूली भी की जाएगी।