लापरवाही डकार गए मोबाइल टॉयलेट
स्वच्छता मिशन के नाम पर नगर पालिका ने विगत वर्ष दो अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर 43-43 हजार की लागत से 10 मोबाइल शौचालय खरीद कर जगह जगह रखवा दिए गए। पानी की सुविधा व नालियों से कनेक्ट न करने के कारण आठ माह बाद भी उक्त शौचालय जनता के काम नहीं आ सके।
जासं, भदोही : खुले में शौच लोग न जाएं, इसके लिए नगर पालिका ने गांधी जयंती पर 10 मोबाइल टायलेट अलग-अलग जगहों पर रखे लेकिन अफसरों की लापरवाही इसकी मंशा को हजम कर गई। दो अक्टूबर 2018 को 43-43 हजार की लागत से 10 मोबाइल शौचालय खरीदे गए थे। पालिका ने न उसमें पानी का इंतजाम किया और न ही उसे नालियों से कनेक्ट किया, इसके चलते ये मोबाइल टायलेट जनता के किसी काम में नहीं आए। अब ये टायलेट सड़क की पटरियों पर पड़े धूल फांक रहे हैं वहीं कुछ स्थानों पर बच्चे लुका-छिपी खेलते दिखाई पड़ रहे हैं। पालिका प्रशासन इन टायलेट को भूल गया, लेकिन वह नए शौचालय के लोकार्पण में पूरी ताकत झोंके हुए हैं। सरकारी धन का यूं दुरुपयोग हुआ और जिम्मेदार तमाशबीन हैं। सप्ताह भर में लोकार्पित हो चुके हैं पांच शौचालय
इन दिनों नगर पालिका अध्यक्ष सार्वजनिक शौचालयों का लोकार्पण करने में जुटे हुए हैं। वे सप्ताह भर में पांच सार्वजनिक शौचालय जनता को समर्पित कर चुके हैं, लेकिन मोबाइल टायलेट के इंतजाम में लापरवाही बरती जा रही है। उन्हें 4.30 लाख रुपये से खरीदे गए यह टायलेट कतई याद नहीं हैं। यूरीनल में बदले जाएंगे मोबाइल टॉयलेट
पालिका के अवर अभियंता (जल) प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि सार्वजनिक शौचालय का निर्माण होने के बाद मोबाइल शौचालयों को यूरीनल में परिवर्तित कर दिया जाएगा। इस दिशा में पालिका प्रशासन गंभीरता से विचार कर रहा है। जल्द ही शौचालयों में आवश्यक बदलाव करवा कर जनता के लिए सुलभ किया जाएगा।
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