वह यादगार लमहा आज भी जेहन में ताजा है ..
वर्ष 1991 के आम चुनाव के दौरान भदोही-मीरजापुर लोकसभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव के लिए पहली बार मतदान करने का अवसर मिला था। उस दौरान इंटर की परीक्षा के तत्काल बाद चुनाव हुआ था। यही कारण है कि पहली बार वोट देने की न सिर्फ उत्सुकता थी बल्कि एक अजब किस्म का उत्साह भी था। तीन दशक होने को आए लेकिन वह अनुभव व अनुभूति आज भी दिलो दिमाग पर ताजा है।
जासं, भदोही: वर्ष 1991 के आम चुनाव के दौरान भदोही-मीरजापुर लोकसभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव के लिए पहली बार मतदान करने का अवसर मिला था। उस दौरान इंटर की परीक्षा के तत्काल बाद चुनाव हुआ था। यही कारण है कि पहली बार वोट देने की न सिर्फ उत्सुकता थी बल्कि एक अजब किस्म का उत्साह भी था। तीन दशक होने को आए लेकिन वह अनुभव व अनुभूति आज भी दिलो दिमाग पर ताजा है। उस दौर में भी मतदान महत्वपूर्ण व प्रासंगिक था लेकिन लोगों में अधिक उत्साह नहीं देखा जाता था। वाहनों के माध्यम से भी केंद्रों पर ले जाया जाता था।
वर्ष 1990 में कुछ मुद्दों को लेकर मची राजनीतिक उथल-पुथल के कारण 1991 का आम चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया था। अन्य चुनाव की अपेक्षा उस बार मतदान को लेकर लोगों में रूचि देखी जा रही थी। प्रथम अनुभव होने के कारण वोट देने के लिए मेरा मन भी उत्साहित था। मतदान के लिए सुबह ही तैयार होकर पास के विद्यालय स्थित केंद्र पर पहुंच गया था। कुछ देर लाइन में लगने के बाद नंबर आया तथा वोट दिया। मतदान के दौरान अंगुली पर लगा निशान काफी दिनों तक इस बात का अहसास कराता रहा कि देश की सरकार बनाने में हमारा सहयोग रहा है। वह यादगार लमहा आज भी जेहन में ताजा है।
राशिद अंसारी (वरिष्ठ निर्यातक)