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कपड़ा व्यापारियों को इस साल भी लगेगी तगड़ी चपत

कोरोना महामारी के बीच माहे रमजान का पहला सप्ताह पूरा होने वाला है लेकिन कपड़ों की खरीदारी अब तक नहीं शुरू हुई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 03:34 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 03:34 PM (IST)
कपड़ा व्यापारियों को इस साल भी लगेगी तगड़ी चपत
कपड़ा व्यापारियों को इस साल भी लगेगी तगड़ी चपत

-जागरण संवाददाता , भदोही: कोरोना महामारी के बीच माहे रमजान का पहला सप्ताह पूरा होने वाला है लेकिन कपड़ों की खरीदारी अब तक नहीं शुरू हुई है। लाखों का माल स्टोर कर दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं लेकिन ईद की खरीदारी को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं हैं। बिगड़ते हालात के बीच साप्ताहिक लाकडाउन शुरू होने के बाद संपूर्ण लाकडाउन की आशंका से भी लोग ग्रस्त हैं। यही कारण है कि इस बार भी ईद को लेकर कोई तैयारी नहीं हो रही है। जो दुकानदारों के लिए गंभीर चिता का विषय बना है। पिछला पूरा रमजान लाकडाउन की भेंट चढ़ गया था। नए कपड़ों की कौन कहे ईद की नमाज भी नहीं पढ़ी गई थी। इसके कारण कपड़ा कारोबारी करोडों की चपत लगी थी। इस बार भले ही संपूर्ण लाकडाउन नहीं है लेकिन संक्रमण की स्थिति बेहद भयावह है। ऐसे में न तो लोगों में ईद को लेकर उत्साह है न ही कपड़े आदि की खरीदारी में रूचि है। उधर व्यवसायियों के स्टोर में करोडों का माल डंप है। कुछ व्यापारियों के माल ट्रांसपोर्ट में फंसे हैं। दो माह पहले ही माल की बुकिग कराने वाले दुकानदार पूंजी फंसाकर हाथ मलने को विवश हैं। प्रमुख कपड़ा व्यवसायी रहमत अली का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी 40 से 45 लाख का माल उन्होंने स्टोर किया है लेकिन अभी तक बंडल खोलने का अवसर नहीं मिला। बताया कि बच्चों के कुर्ता पाजामा के लिए इक्का- दुक्का ग्राहक निकल रहे हैं। एक तरफ तो ग्राहकों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखना मुश्किल काम होगा वहीं ग्राहकों की जेब में पैसा भी नहीं है। बताया कि छोटे मोटे रेडिमेड दुकानदारों को राहत मिल सकती है।

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