Durga Puja Pandal Fire : भदोही के पंडाल में आग से अब तक छह लोगों की मौत, 68 का अस्पतालों में चल रहा इलाज
औराई के नरथुआ गांव में रविवार रात दुर्गा पूजा पंडाल में आग लगने से मची तबाही सोमवार रात 10 बजे तक छह लोगों की जान ले चुकी थी। चार पीड़ितों ने रविवार देर रात ही दम तोड़ दिया था। वहीं आरोप है कि पंडाल बिना अनुमति सजाया गया था।
भदोही, जागरण संवाददाता। औराई के नरथुआ गांव में रविवार रात दुर्गा पूजा पंडाल में आग लगने से मची तबाही सोमवार रात 10 बजे तक छह लोगों की जान ले चुकी थी। चार पीड़ितों ने रविवार देर रात ही दम तोड़ दिया था। सोमवार की भोर में पांचवीं मौत 48 वर्षीय आरती चौबे की हुई तो देर रात औराई के शिवपूजन यादव ने भी बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। आग लगने से लोग जले-झुलसे और इससे मची भगदड़ में गंभीर रूप से घायल भी हुए। अब भी विभिन्न अस्पतालों में 68 लोगों का उपचार चल रहा है। इसमें वाराणसी के बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रामा सेंटर, कबीरचौरा व दीनदयाल अस्पताल में 45 लोगों का इलाज चल रहा है। रविवार की रात हादसे में झुलसे 12 वर्षीय अंकुश, 10 वर्ष के नवीन, 48 वर्षीय आरती चौबे, आठ वर्षीय सुजम उर्फ सिद्धांत की मौत हो गई थी।
चार पीड़ित प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती हैं। तीन की स्थिति में सुधार है, लेकिन आठ वर्षीय रुद्र की हालत गंभीर है। 15 लोगों का भदोही में उपचार हो रहा। हादसा रविवार रात एकता क्लब के पंडाल में हुआ था। यह पंडाल बिना अनुमति सजाया गया था। अग्निकांड के बाद एकता क्लब के अध्यक्ष प्रदीप उर्फ बच्चा यादव सहित समिति के सदस्यों के खिलाफ औराई थाने में गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में हैलोजन की गर्मी से पंडाल के पर्दे के जलने को कारण बताया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक जताते हुए अफसरों को पीड़ितों के समुचित इलाज की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश पर प्रतिनिधि के रूप में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने सभी अस्पतालों में भर्ती पीड़ितों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना।
अनुमति न लेने वालों पर कार्रवाई की दें रिपोर्ट : डीएम
भदोही के जिलाधिकारी गौरांग राठी ने कहा कि सभी एसडीएम व थानाध्यक्षों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे अपने क्षेत्र के पूजा पंडालों का भ्रमण कर रिपोर्ट दें। जिनके पास अनुमति नहीं और पंडाल लगा लिए, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई यह भी स्पष्ट करें। ऐसी घटना की पुनरावृ़त्ति न हो इसके लिए हर अधिकारी को लगातार भ्रमण के निर्देश दिए गए हैं।