शिक्षा की शुरुआत कर महिलाओं को दिखाई राह
सम्राट अशोक क्लब के तत्वावधान में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती गुरुवार को अछवर गांव में मनाई गई। इस दौरान समाज के उत्थान में दिए गए उनके योगदान पर प्रकाश डाला गया तो उपस्थित जनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : सम्राट अशोक क्लब के तत्वावधान में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती गुरुवार को अछवर गांव में मनाई गई। इस दौरान समाज के उत्थान में दिए गए उनके योगदान पर प्रकाश डाला गया तो उपस्थित जनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य वासुदेव यादव ने कहा कि सावित्री बाई ने शिक्षा कि शुरुआत कर महिलाओं व समाज के कमजोर लोगों को शिक्षा की राह दिखाई। कमला शंकर भारती ने कहा कि जीवन के तमाम कष्टों के सहते हुए भी शिक्षा कि शुरुआत की और प्रथम महिला शिक्षिका बनीं। उनके योगदान के चलते ही आज महिलाएं शिक्षित एवं जागरूक हो रही हैं। ज्योतिबा राव फुले व सावित्री बाई फुले से प्रेरणा लेकर डा. भीमराव आंबेडकर ने शिक्षा का स्वरूप बदला व गौतम बुद्ध के आदर्शों से प्रभावित होकर बौद्ध धर्म अंगीकार किया। नवोदय विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि सावित्री बाई महान व्यक्तित्व थीं। नंदलाल मौर्य, जयराम मौर्य, अरुण कुमार मौर्य, अर¨बद मौर्य आदि ने उनके योगदान व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर संपन्न कराई गई दौड़ प्रतियोगिता में योगेश, राहुल व विजय ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग थे।