40 के सापेक्ष बदला गया महज तीन किमी जर्जर तार
गर्मी की शुरुआत से ही विद्युत आपूर्ति की बिगड़ी व्यवस्था की पोल खुलनी शुरु हो गई है। कटौती का मूल कारण नहीं बल्कि विद्युत विभाग के जर्जर तार और उपकरण हैं तो वहीं विभागीय अधिकारी और कर्मचारी भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। बानगी देखनी हो तो जिले में बदले गए जर्जर विद्युत तार को देखा जा सकता है। जो खुद-ब-खुद विभागीय व्यवस्था का पोल खोल रहा है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): गर्मी की शुरुआत से ही विद्युत आपूर्ति की बिगड़ी व्यवस्था की पोल खुलनी शुरु हो गई है। कटौती का मूल कारण विद्युत विभाग के जर्जर तार और उपकरण हैं तो वहीं विभागीय अधिकारी और कर्मचारी भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। बानगी देखनी हो तो जिले में बदले गए जर्जर विद्युत तार को देखा जा सकता है। जो खुद-ब-खुद विभागीय व्यवस्था का पोल खोल रहा है। विद्युत वितरण खंड द्वितीय ज्ञानपुर क्षेत्र में 40 किमी के सापेक्ष महज तीन किमी तार बदला गया और तीन किमी बदलने की कवायद चल रही है, लेकिन शेष 30 किमी जर्जर तार बदलने की उम्मीद नहीं दिख रही है।
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जर्जर तार के आंकड़ा से साहब बेखबर
- अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम राम कुमार से जर्जर तार के संबंध में जानकारी मांगी गई तो वह आंकड़ा उपलब्ध कराने से हाथ खड़ा कर दिए।बताया कि अवकाश के दिन जर्जर तारों की स्थिति पर जानकारी मुश्किल है। कहा कि संसाधन और बजट के अभाव में जर्जर विद्युत तारों को बदलने में दिक्कत हो रही है।
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- बाधक बन रहे जर्जर विद्युत तार
- सुचारु ढंग से विद्युत आपूर्ति में बाधक बन रहे 11 हजार वोल्ट के 40 किमी जर्जर विद्युत तार को बदलकर आपूर्ति सुधार करने की योजना थी। इसके सापेक्ष अभी तक महज तीन किमी ही तार बदला जा सका है। जिससे आए दिन तार से निकली चिगारी घातक साबित हो रही है। विद्युत दुर्घटना से आपूर्ति ठप हो जाती है तो चपेट में आए लोगों के जीवन के लिए घातक साबित हो रही है। विभागीय अनदेखी से शार्ट सर्किट से कुछ ही पल में फसल जलकर स्वाहा हो जा रही है।
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- जर्जर तार बदलने की प्रक्रिया चल रही है। संसाधन और व्यवस्था के अनुसार तीन किमी तार बदला गया है। अभी तीन किमी और बदलने का कार्य चल रहा है। उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मुहैया कराना मेरी प्राथमिकता में शामिल है।
- अमर सिंह, अधिशासी अभियंता भदोही विद्युत वितरण खंड द्वितीय ज्ञानपुर।