महलों में रहकर नहीं होगी राम राज्य की स्थापना
महलों में रहकर राम राज्य की स्थापना नहीं की जा सकती। इसके लिए जनता के बीच जाना पड़ेगा। ज्ञानपुर स्थित मुखर्जी पार्क में चल रही श्रीराम कथा के नौवें दिन गुरुवार को स्वामी निर्मल शरण जी महाराज ने प्रवचन करते हुए यह बातें कहीं। इस दौरान जुटी भीड़ जयश्रीराम का उद्घोष करती रही।
जासं, ज्ञानपुर (भदोही) : महलों में रहकर राम राज्य की स्थापना नहीं की जा सकती। इसके लिए जनता के बीच जाना पड़ेगा। ज्ञानपुर स्थित मुखर्जी पार्क में चल रही श्रीराम कथा के नौवें दिन गुरुवार को स्वामी निर्मल शरण जी महाराज ने प्रवचन करते हुए यह बातें कहीं। इस दौरान जुटी भीड़ जयश्रीराम का उद्घोष करती रही।
उदाहरण देते हुए स्वामी जी ने बताया कि प्रभु श्रीराम गुह निषादराज को गले से लगाया तो कोल भीलों के बीच बैठे ऋषि मुनियों का दुख दर्द समझा। शबरी के जूठे बेर खाए, भालू बंदरों को गले से लगाया एवं रावण का उद्धार कर राम राज्य की स्थापना की। राम की विजय का कारण भाई लक्ष्मण का साथ होना है। और रावण के हारने का कारण भाई विभीषण का अलग होना है। हमेशा व्यक्ति अपनों से ही हारता है। उन्होंने कहा हमें सुसंगठित एवं सुव्यवस्थित रहना चाहिए। आज की मुख्य आरती में मनोज तिवारी अनिल पांडेय, अर¨वद तिवारी, रोहित तिवारी, ¨बदु चौरसिया, संतोष उमरवैश्य आदि रहे।