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अधर में लटकी परियोजनाएं माननीयों से कर रहीं सवाल

राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में स्वास्थ्य शिक्षा सहित अन्य विभागों में वर्षों से लटके प्रोजेक्ट अभी पूर्ण नहीं हो सके हैं। ऐसे में अधर में लटकी परियोजनाओं को माननीयों से सवाल करना लाजिमी है। एक दशक से अधिक का समय बीत गया लेकिन औराई में ट्रांसमिशन और जिला अस्पताल भवन का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 10:34 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 12:21 AM (IST)
अधर में लटकी परियोजनाएं माननीयों से कर रहीं सवाल
अधर में लटकी परियोजनाएं माननीयों से कर रहीं सवाल

भदोही : राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य विभागों में वर्षों से लटके प्रोजेक्ट अभी पूर्ण नहीं हो सके हैं। ऐसे में अधर में लटकी परियोजनाओं को माननीयों से सवाल करना लाजिमी है। एक दशक से अधिक का समय बीत गया लेकिन औराई में ट्रांसमिशन और जिला अस्पताल भवन का निर्माण पूर्ण नहीं हो सका। हद तो तब हो गई जब अभोली ब्लाक भवन के लिए 46 लाख रुपये आवंटित होने के बाद भी निर्माण नहीं कराया जा सका और पंचायत भवन में कार्यालय चलाया जा रहा है।

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जनपद सृजन के डेढ़ दशक बाद भी संसाधनों के अभाव से लोग जूझ रहे हैं। अति महत्वाकांक्षी योजना कार्पेट बाजार सहित दो दर्जन से अधिक प्रोजेक्ट एक दशक से अधर में लटके हुए हैं। विभागीय रिकार्ड पर गौर किया जाए तो जिला अस्पताल का निर्माण वर्ष 2008 में शुरू किया गया था। शासन की ओर से इसके निर्माण पूर्ण होने की अंतिम डेटलाइन मार्च 2012 निश्चित की गई थी। इसके निर्माण के लिए स्वीकृत 18 करोड़ 17 लाख रुपये निर्माण एजेंसी को जारी भी कर दिया गया है। इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। इसके अलावा दीवानी न्यायालय का निर्माण भी अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। हद तो यह है कि औराई में निर्माणाधीन ट्रांसमिशन का निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि जिस कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी वह दिवालिया हो चुकी है। कार्पेट बाजार लोकार्पित होने के बाद भी संचालन की भी जिम्मेदारी मिल गई लेकिन भवन निर्माण में व्यापक स्तर पर धांधली होने के कारण संचालन करने वाली एजेंसी भी तैयार नहीं हो पा रही है। अभोली ब्लाक भवन के निर्माण के लिए 46 लाख रुपये आवंटित किया जा चुका है। काफी जद्दोजहद के बाद भूमि भी आवंटित कर दिया गया लेकिन अब शासन से स्वीकृति ही नहीं मिल पा रही है। कई बार शासन को पत्र भेजा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। आश्रम पद्धति विद्यालय और दीवानी न्यायालय भवन में करोड़ों का घोटाला कर लिया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर माननीयों ने अधर में लटकी परियोजनाओं को लेकर गंभीर क्यों नहीं हुए। शायद ही इसका जवाब किसी माननीय के पास होगा। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि बजट का आवंटन समय से न होने पर परियोजनाएं पूर्ण नहीं हो सकी हैं। बजट मिलते ही परियोजनाओं का निर्माण पूर्ण करा लिया जाएगा। अधर में लटकीं प्रमुख परियोजनाएं

परियोजनाएं धनराशि (करोड़ में)

जिला अस्पताल 18.17

दीवानी न्यायालय 36.82

औराई में ट्रांसमिशन 140.30

कांशीराम शहरी आवास 18.00

आश्रम पद्धति विद्यालय 27.00

अभोली ब्लाक भवन 03.00


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