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तहसील पर धरना जारी, नारेबाजी

विभिन्न समस्याओं व मागों को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) जिला इकाई कार्यकताओं द्वारा गत गुरुवार से प्रारंभ तीन दिवस धरने के दूसरे दिन शुक्रवार को भी भाजपाजन दिन पर शासन प्रशासन के खिलाफ गरजते रहे। भू माफियाओं की दंबगई, पुलिस उत्पीड़न तथा प्रशासन पर गरीबों, कमजोरों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 10:09 PM (IST)
तहसील पर धरना जारी, नारेबाजी
तहसील पर धरना जारी, नारेबाजी

जागरण संवाददात, भदोही: विभिन्न समस्याओं व मागों को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) जिला इकाई कार्यकताओं द्वारा गुरुवार से प्रारंभ तीन दिवस धरने के दूसरे दिन शुक्रवार को भी भाजपाजन दिन पर शासन प्रशासन के खिलाफ गरजते रहे। भू माफियाओं की दंबगई, पुलिस उत्पीड़न तथा प्रशासन पर गरीबों, कमजोरों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की गई।

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सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार पर जहां निशाना साधा गया वहीं प्रशासन पर योजना के क्रियांवयन में उदासीनता बरतने का आरोप लगाया गया।

जिला सचिव रामजीत यादव ने कहा कि भाजपा की केंद्र व प्रदेश की सरकार जब से सत्ता में आई है दलितों, किसानों, अल्पसंख्यकों तथा गरीबों का उत्पीड़न बढ गया है। अधिकारियों द्वारा कमजोर तबके की सुनी नहीं जा रही है तो पुलिस धन वसूली कर भू माफियाओं के माध्यम से गरीबों की जमीन पर कब्जा करवा रही है।राशन की कालाबाजारी के चलते गरीब उपभोक्ताओं का अधिकार छीना जा रहा तथा उनकी समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है। कहा कि पूरे प्रदेश में अराजकता, हत्या, लूट बलात्कार, गुंडागर्दी चरम पर है लेकिन न तो उच्चाधिकारियों पर कोई प्रभाव है न ही सरकार सुधि ले रही है। कहा कि थाने पर गरीबों व कमजोरों की सुनवाई नहीं हो रही है तथा उन्हें भगा दिया जाता है।

सरकारी योजनाओं के क्रियांवयन पर भी सवालिया निशान लगाया गया।

कहा कि अधिकारियों द्वारा योजनाओं में बंदरबांट किया जा रहा है तथा अपने अपने चहेतों को लाभांवित किया जा रहा है। पुलिस भाजपा पदाधिकारियों व कार्याकर्ताओं के दबाव में काम करने का आरोप लगाया गया। शनिवार को आंदोलन का तीसरा व अंतिम दिन है। राज्यपाल को संबोधित पत्रक उपजिलाधिकारी को सौंपने के बाद आंदोलन समाप्त किया जाएगा। इस मौके पर डा उमाशंकर यादव, गिरधारी लाल गौतम, धर्मराज गौतम, राजनाथ गौतम, कबूतरा देवी आदि थे।


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