बगैर बर्तन तैयार किया लाजवाब व्यंजन
सड़क से लेकर पगडंडी तक के किनारे स्थित दीवार व दरख्तों पर ¨खची आड़ी-तिरछी लकीरें, निहारती व चंद पल सोचने के बाद आगे बढ़ जाती छात्र-छात्राओं की टोली। विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज ज्ञानपुर से शुरू सफर अंतत: तय हुआ विद्यालय के बगल में स्थित मैदान पर। मौका था सोमवार को विद्यालय के स्काउट छात्रों हाइ¨कग यानी खोज चिह्नों के सहारे साहसिक यात्रा का।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : सड़क से लेकर पगडंडी तक के किनारे स्थित दीवार व दरख्तों पर ¨खची आड़ी-तिरछी लकीरें, निहारती व चंद पल सोचने के बाद आगे बढ़ जाती छात्र-छात्राओं की टोली। विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज ज्ञानपुर से शुरू सफर अंतत: तय हुआ विद्यालय के बगल में स्थित मैदान पर। मौका था सोमवार को विद्यालय के स्काउट छात्रों हाइ¨कग यानी खोज चिह्नों के सहारे साहसिक यात्रा का। खोज चिह्नों के जरिए प्रशिक्षण शिविर स्थल पहुंचे छात्र-छात्राओं ने विभिन्न शिविर कलाओं का प्रदर्शन किया तो बगैर बर्तन के भोजन बनाने के गुर सीखे।
इसके पूर्व स्काउट मास्टर सहायक जिला सचिव डा. हरिश्चंद यादव ने स्काउट को खोज चिन्हों की पहचान करने व साहसिक यात्रा हाइ¨कग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही अन्य विधाओं का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में अनुशासन का बहुत ही महत्व है। स्काउट विधा अनुशासन की भावना जागृत करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने छात्रों को अनुशासित रहने पर जोर दिया। कहा कि इसी से सफलता मिलती है। उधर शिविरार्थी छात्र-छात्राओं ने बगैर बर्तन के लाजवाब व्यंजन तैयार करने का प्रदर्शन भी किया। इस मौके पर ऋतुराज श्रीवास्तव, विकास कुमार भारती, रुस्तम, रवि गुप्ता, विशाल कुमार, किशन, पवन यादव, अमन मिश्रा, वीरेंद्र गौतम आदि थे।