यौमे पैदाइश के जश्न की तैयारी शुरू
आगामी 21 नवंबर को होने वाले पैगंबरे इस्लाम की यौमे पैदाइश (जन्म दिन) का जश्न मनाने की तैयारियां कालीन नगरी में जोर शोर से चल रही है। रबीउल अव्वल शरीफ का चांद नजर आने के बाद सीरत कमेटी जहां दो दिवसीय जलसे की तैयारियों में जुट गई है वहीं मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों में इस्लामी परचम लहराने लगे हैं।
जासं, भदोही : आगामी 21 नवंबर को होने वाले पैगंबरे इस्लाम की यौमे पैदाइश (जन्म दिन) का जश्न मनाने की तैयारियां कालीन नगरी में जोर शोर से चल रही है। रबीउल अव्वल शरीफ का चांद नजर आने के बाद सीरत कमेटी जहां दो दिवसीय जलसे की तैयारियों में जुट गई है वहीं मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों में इस्लामी परचम लहराने लगे हैं।
मजहबे इस्लाम पैगंबर हजरत मुहम्मद (स.) साहब की यौमे पैदाइश का जश्न धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान मस्जिदों, घरों की सजावट के साथ साथ जलसों का आयोजन किया जाता है। तंजीमों द्वारा जुलूस भी निकाला जाता है। शुक्रवार की शाम माहे रबीउल अव्वल का चांद नजर आने के बाद से ही कालीन नगरी के मुस्लिम बाहुल मोहल्लों का वातावरण बदलने लगा था। इन दिनों मोहल्ले में इस्लामी परचम लगाने तथा मस्जिदों व घरों की सजावट आदि में लोग जुटे हैं। रविवार को मरकजी तबलीग सीरत कमेटी ने बैठक कर आगामी 21 व 22 को होने वाले दो दिवसीय जलसे की तैयारियों के संबंध में विमर्श किया। मोहल्ला कोटबाड़ा स्थित कमेटी के कोषाध्यक्ष महमूद अकबर के आवास पर हुई बैठक में जलसे में शिरकत हेतु देश के नामवर उलेमा व शायरों को लेकर रणनीति बनाई। कमेटी के सदर हाजी इम्तियाज अंसारी ने बताया कि दो रोजा जलसे में देश के मशहूर उलेमा व शायरों से संपर्क किया जा रहा है। जलसे में महिलाओं के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे। बैठक में हाजी अलाउद्दीन अंसारी, हाजी वजहुल कमर अंसारी, मो.इस्माईल, जावेद अहमद आदि थे।