दिखाव नहीं भाव के भूखे हैं भगवान
डीघ विकास खंड के जगापुर पड़ान में चल रहे श्रीमछ्वागवत कथा के चौथे दिन आचार्य पं.मृत्युंजय शुक्ल महाराज ने शनिवार को भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग पर चर्चा करते हुए कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ा है तब किसी न किसी रूप में भगवान ने अवतार लेकर भक्तों की रक्षा की है। भक्त
जासं, ऊंज (भदोही) : डीघ विकास खंड के जगापुर पड़ान में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन शनिवार को आचार्य पं. मृत्युंजय शुक्ल महाराज कहा कि भगवान दिखावा नहीं बल्कि भाव के भूखे हैं। इस लिए सच्चे मन से उनकी अराधना करनी चाहिए।
उन्होंने भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग पर चर्चा करते हुए कहा कि जब- जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ा है, तब किसी न किसी रूप में भगवान ने अवतार लेकर भक्तों की रक्षा की है। भक्त की सच्ची भक्ति के चलते ही भगवान स्वयं उसके पास पहुंच जाते हैं। वह भक्ते के सच्चे भक्ति भाव के भूखे हैं। श्रीकृष्ण लीला प्रसंग को सुनकर भक्त जयकारा लगाते रहे। अंत में आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर तारकेश्वरनाथ पांडेय, विशंभरनाथ पांडेय, माताचरण, देवी प्रसाद, जयनारायण दुबे, राधेश्याम आदि थे।