पीएम कार्यालय ने दिया जांच का निर्देश
गोपीगंज नगर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निमार्ण के लिए मिली धनराशी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने की शिकायत पर प्रधानमंत्री दरबार से जांच करने का फरमान जारी कर दिया गया है। जांच का आदेश जारी होते ही नगर में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। पालिका परिषद के पूर्व
जासं, लालानगर (भदोही) : गोपीगंज नगर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए मिली धनराशि में की गई गड़बड़ी की शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्यालय से जांच करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। जांच का आदेश जारी होते ही महकमे में खलबली मच चुकी है।
नगर पालिका परिषद के पूर्व सभासद अनीस अख्तर ने नगर में शौचालय निर्माण के नाम पर व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत पत्र भेजकर जांच कराने की मांग की थी। अवगत कराया था कि स्वच्छ भारत मिशन नगरीय योजना के अंतर्गत 77 लाख रुपये अवमुक्त किया गया था। 27 हजार आबादी वाले नगर में जब शौचालय निर्माण के लिए आवेदन मांगा गया तो लगभग नौ हजार लोगों ने आवेदन किया जिसमें स्थलीय सत्यापन न कर आफिस में ही बैठकर छह हजार सात सौ 76 आवेदन निरस्त कर दिया गया। जब शासन से ओडीएफ घोषित करने का दबाव पड़ा तो अपात्रों को इसका लाभ सुविधा शुल्क लेकर दी जाने लगी। औपचारिकता पूरी कर शासन को गलत सूचना देते हुए नगर को सितंबर माह में नगर को ओडीएफ घोषित कर दिया गया जबकि सरकारी वेबसाइड पर आज भी लगभग पांच सौ शौचालय अपूर्ण है। शिकायत पत्र को गंभीरता से लेते हुए स्वच्छ भारत मिशन भारत सरकार के सेक्रेटरी गोपाल झा ने उत्तर प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के सेक्रेटरी से जांच कराकर एक माह में रिपोर्ट तलब की है।