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मिट्टी लदे ट्रैक्ट्ररों की अब शहर में नो-एंट्री

शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में प्रशासन ने योजना तैयार कर ली है। बड़े मालवाहक वाहनों व अवैध रूप से नगर में भ्रमण करने वाले मिट्टी लदे ट्रैक्ट्ररों की रोकथाम के रूप में जल्द ही पहला कदम उठाया जाएगा। इसके बाद बड़ी संख्या में शहर में चलने वाले निजी स्कूल बसों के परिचालन के संबंध में विचार किया जाएगा। प्रमुख पर्वों के समापन के बाद इस दिशा में बैठक कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने कहा कि शहर की यातायात व्यवस्था सु²ढ़ करने के लिए कुछ कठिन निर्णय लिए जा सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 07:51 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 06:24 AM (IST)
मिट्टी लदे ट्रैक्ट्ररों की अब शहर में नो-एंट्री
मिट्टी लदे ट्रैक्ट्ररों की अब शहर में नो-एंट्री

जासं, भदोही : शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में प्रशासन ने योजना तैयार की है। बड़े मालवाहक वाहनों व नगर में भ्रमण करने वाले मिट्टी लदे ट्रैक्ट्ररों की रोकथाम पर प्रशासन काम कर रहा है। बड़ी संख्या में शहर में चलने वाले निजी स्कूल बसों के परिचालन के संबंध में विचार किया जाएगा। प्रमुख पर्वों के समापन के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। एसपी रामबदन सिंह ने कहा कि यातायात व्यवस्था सु²ढ़ करने के लिए कई निर्णय लिए जा सकते हैं।

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जर्जर सड़कें, वाहनों की भरमार के बीच यातायात नियमों के प्रति उदासीनता, जाम व सड़क दुर्घटना के प्रमुख कारण साबित हो रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस के अभाव में नो इंट्री के दौरान प्रतिबंधित वाहनों का प्रवेश जहां चिता का कारण बना है वहीं मिट्टी लदे ट्रैक्टरों की आवाजाही भी समस्या का कारण साबित हो रही है। इसके चलते जहां जाम की समस्या को बल मिल रहा है तो वहीं आए दिन सड़क दुर्घटना भी हो रही है। इस पर अंकुश लगाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है।

मंगलवार को दैनिक जागरण के जागरूकता कार्यशाला में भागीदारी करने भदोही आए एसपी से पालिकाध्यक्ष अशोक जायसवाल ने यातायात व्यवस्था के प्रति चिता जताते हुए समाधान कराने की मांग की। मिट्टी लदे ट्रैक्टरों व निजी स्कूलों द्वारा संचालित बड़ी बसों के परिचालन को समस्या का प्रमुख कारण बताया गया।


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