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टाउन ऑफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस के रूप में मिली मुंहमांगी मुराद

लंबे समय से चल रही मांग के बाद गत मंगलवार को सरकार द्वारा जिले को टाउन आफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस (विशिष्ट निर्यात क्षेत्र) घोषित कर मुंह मांगी मुराद दे दी है। सरकार के इस निर्णय का कालीन उद्यमियों सहित औद्योगिक संगठनों ने स्वागत किया है। लोगों का मानना है कि इससे जनपद के साथ साथ मंदी से जूझ रहे कालीन उद्योग के दिन बहुरने की उम्मीद जगी है। 150 करोड से

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 07:46 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 07:46 PM (IST)
टाउन ऑफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस के रूप में मिली मुंहमांगी मुराद
टाउन ऑफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस के रूप में मिली मुंहमांगी मुराद

-सरकार के निर्णय का कालीन उद्यमियों ने किया स्वागत

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-कालीन उद्योग के दिन बहुरने की उम्मीदों को मिला बल

जागरण संवाददाता, भदोही : लंबे समय से चल रही मांग के बाद मंगलवार को सरकार ने जिले को टाउन आफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस (विशिष्ट निर्यात क्षेत्र) घोषित कर मुंह मांगी मुराद दे दी है। सरकार के इस निर्णय का कालीन उद्यमियों सहित औद्योगिक संगठनों ने स्वागत किया है। लोगों का मानना है कि इससे जनपद के साथ साथ मंदी से जूझ रहे कालीन उद्योग के दिन बहुरने की उम्मीद जगी है।

150 करोड़ से अधिक निर्यात करने वाले शहरों को टाउन आफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस का दर्जा देने का प्रावधान है। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि देश से दस हजार करोड़ से अधिक के निर्यात में 40 से 45 फीसद भागीदारी भदोही की है, बावजूद इसके उक्त दर्जा हासिल नहीं हो सका था। हालांकि इसके लिए औद्योगिक संगठनों विशेषकर कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) द्वारा काफी प्रयास किया जा रहा था। बहरहाल उद्यमियों की मांग तथा सांसद के प्रयास से उक्त मांग पूरी कर सरकार के गजट में प्रकाशित करने के लिए अधिसूचित कर लिया। इससे लोगों को भारी राहत मिली है।

परिषद के चेयरमैन महावीर प्रताप उर्फ राजा शर्मा व प्रथम उपाध्यक्ष सिद्धनाथ ¨सह ने इसके लिए सरकार का आभार जताते हुए कहा कि भदोही इस गौरव का हकदार बहुत पहले हो गया था। बावजूद इसके सरकार ने गंभीरता से लिया यह बड़ी बात है। कहा कि उक्त दर्जा मिलने के बाद भदोही के विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इसी तरह अखिल भारतीय कालीन निर्माता संध (एकमा) के उपाध्यक्ष अब्दुल हादी, मानद सचिव हाजी शाहिद हुसैन तथा संयुक्त सचिव आलोक बरनवाल ने सरकार के निर्णय पर हर्ष जताया। कहा कि देर आयद दुरुस्त आयद की तर्ज पर सरकार द्वारा लिया गया निर्णय कालीन उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

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दर्जा मिलने के बाद होंगे ये लाभ

सीईपीसी के वरिष्ठ प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना का कहना है कि उक्त दर्जा मिलने से भदोही पर सरकार की विशेष नजर रहेगी। यानी उद्योग की बेहतरी के लिए गंभीर कदम उठाए जाएंगे तथा उद्यमियों की समस्या का समाधान किया जाएगा। प्रशासनिक समिति के सदस्य संजय गुप्ता का कहना है कि टाउन आफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस भदोही के नाम पर सरकारों द्वारा उदारता का परिचय दिया जाएगा तथा निर्यात बढ़ाने के लिए स्वयं सरकार प्रयास करेगी। इसके लिए क्षेत्र को ढांचागत सुविधाओं से भी लैस किया जाएगा। बताया कि सरकार द्वारा उद्योग हित में कोई भी योजना बनाई जाएगी को उसमें भदोही को भी शामिल किया जाएगा।


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