मच्छरों की भरमार, शोपीस बनी फागिग मशीन
बदले मौसम के बीच मच्छरों की भरमार से मलेरिया डेंगू जैसे संक्रामक बीमारियों ने लोगों में दहशत पैदा कर दिया है। सरकारी से लेकर अस्पतालों तक में भीड़ लग रही है तो मच्छरों के उन्मूलन के प्रति विभाग उदासीन बना है। मच्छरों की भरमार है तो खमरिया नगर में दवाओं के छिड़काव के लिए क्रय की गई फागिग मशीन शोपीस बनी है।
जागरण संवाददाता, खमरिया (भदोही) : बदले मौसम के बीच मच्छरों की भरमार से मलेरिया, डेंगू जैसे संक्रामक बीमारियों ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लग रही है तो मच्छरों के उन्मूलन के प्रति विभाग उदासीन बना है। खमरिया नगर में दवाओं के छिड़काव के लिए क्रय की गई फागिग मशीन शोपीस बनी है। इससे इतर नगर पंचायत में साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए सफाई कर्मियों की पूरी फौज दिखाई पड़ती है लेकिन सफाई की दशा बदहाल है। जगह-जगह जमे कूड़े के ढेर व गंदगी से मच्छरों को पलने-बढ़ने का अच्छा मौका मिल रहा है।
नगर पंचायत खमरिया में साफ-सफाई को लेकर की गई व्यवस्था को देखा जाय तो करीब 25 हजार आबादी वाले नगर पंचायत में सफाई व्यवस्था के लिए दो सफाई नायक, छह नियमित, 16 संविदा व 28 ठेका कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके बाद भी नगर के सभी 15 वार्डो में जगह-जगह गंदगी व कूड़े का अंबार लगा दिखता है। सबसे अहम तो यह है कि मौजूदा समय में मच्छरों का आतंक बढ़ गया है। इनके काटने से मलेरिया व डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं। आए दिन लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन मच्छरमार दवाओं के छिड़काव के लिए नगर पंचायत में लगभग नौ माह पहले पांच लाख रुपये खर्च कर क्रय की गई फागिग मशीन शो-पीस बनी है। पूरे बारिश के सीजन में मात्र एक-दो बार फागिग कराकर मशीन को कमरे में बंद कर रख दिया गया है।
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फागिग के लिए 10 दिन पहले ही कर्मचारियों को निर्देश दिया था। फागिग कब-कब कराई गई थी, इसकी समीक्षा करेंगे। इसके बाद उचित कार्रवाई होगी। सफाई व कूड़ा निस्तारण की स्थिति भी देखी जाएगी। -विजय कुमार यादव, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत खमरिया
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क्या है सफाई व कूड़ा निस्तारण का इंतजाम
वार्ड 15
आबादी 25000
ट्रैक्टर दो
छोटी गाड़ी सात
सफाई नायक दो
नियमित कर्मी छह
ठेका कर्मचारी 28
संविदा कर्मी 16