मामूली झगड़े ने रिश्ते को कर दिया कलंकित
सामाजिक एवं पारिवारिक ढांचे में इस तरह विकृति उत्पन्न हो जा रही है कि छोटे-छोटे मामले भी तिल के ताड़ बन जा रहे हैं। सूझबूझ की कमी कहा जाए या फिर गायब हो रही मानसिक चैतन्यता।हकहह
जागरण संवाददाता, भदोही : सामाजिक एवं पारिवारिक ढांचे में इस तरह विकृति उत्पन्न हो जा रही है कि छोटे-छोटे मामले भी तिल के ताड़ बन जा रहे हैं। सूझ-बूझ की कमी कहा जाए या फिर गायब हो रही मानसिक चैतन्यता। भदोही कोतवाली क्षेत्र के परगासपुर में हुई एसिड अटैक इसी का जीता-जागता उदाहरण है। आए दिन विवादों को सुलझाने वाला राजस्वकर्मी खुद का मामला नहीं सलटा पाएगा। इसे विडंबना ही नहीं तो और क्या कहा जाएगा। रास्ते में गंदा पानी गिरने को लेकर हुए विवाद ने चाचा-भतीजे के रिश्ते को कलंकित कर दिया। मामूली विवाद को लेकर चाची और भतीजी पर तेजाब फेंक दिया।
कोतवाली क्षेत्र के परगासपुर में लालबहादुर और मेहीलाल के बीच रास्ते में पानी गिराने को लेकर कहासुनी हुई थी। एक पक्ष का आरोप है कि रास्ते में बर्तन साफ किया जाता है और उसका गंदा पानी रास्ते में गिराया जाता है। इसी को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। देर शाम जब ज्ञानपुर में तैनात लेखपाल विमलेश पहुंचा तो आक्रोशित होकर एसिड फेंक दिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि एनसीआर दर्ज किया गया था। मामला बहुत बड़ी नहीं थी। रास्ते में गंदा पानी गिराने से रोका गया था। इसके बाद भी लेखपाल ने घटना को अंजाम दे दिया। एसिड अटैक के मामले में हो चुकी है सजा
गोपीगंज थाना क्षेत्र में 19 फरवरी 2018 में हुए एसिड अटैक के मामले में आरोपितों की सजा हो चुकी है। सर्वोच्च अदालत के सख्त तेवर के बाद भी बेधड़क खतरनाक ज्वलनशील रसायन की बिक्री की जा रही है। अरुण कुमार पांडेय निवासी सदर मोहाल ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि वह दुकान पर बैठा था। इसी दौरान आरोपित सामान लेने आया और उससे विवाद हो गया। इसके दो घंटे बाद शिकायतकर्ता पर आरोपित ने तेजाब फेंक दिया था। इस मामले में आरोपित पंकज सेठ पुत्र दिनेश सेठ को सजा हो गई थी।