दलों को तलाश तो निर्दलीय ठोंकने लगे ताल
लोकसभा चुनाव को लेकर चल रही हलचल के बीच अभी तक प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने पत्ते नहीं खोल पाए हैं। अभी उन्हें चुनावी समर में उतारने के लिए जिताऊ पहलवान की तलाश है तो निर्दलीय ताल ठोंकने लगे हैं। दावा यह कि उनके आगे कोई सूरमा नहीं दिख रहा है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लोकसभा चुनाव को लेकर चल रही हलचल के बीच अभी तक प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने पत्ते नहीं खोल पाए हैं। अभी उन्हें चुनावी समर में उतारने के लिए जिताऊ पहलवान की तलाश है तो निर्दलीय ताल ठोंकने लगे हैं। दावा यह कि उनके आगे कोई सूरमा नहीं दिख रहा है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में भदोही संसदीय सीट पर मतदान 12 मई को होना है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया 16 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। यह प्रक्रिया शुरू होने में महज पांच दिन का समय शेष रह गया है लेकिन एक मात्र सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में रंगनाथ मिश्र को छोड़ दिया जाय तो अभी तक भाजपा व कांग्रेस अपने प्रत्याशी नहीं घोषित कर पाई है। इसे लेकर हर ओर कौन होगा प्रत्याशी, क्यों नहीं हो पा रही घोषणा से लेकर कई नामों को उछालकर लोग इस चर्चा में भी व्यस्त है कि किसके आने पर कैसा होगा चुनावी रण। वैसे यह तो समय बताएगा कि कौन की पार्टी किस पर दांव लगाएगी लेकिन दूसरी तरफ निर्दलीय के रूप में तमाम प्रत्याशी ताल ठोंकने लगे हैं। औराई क्षेत्र के सिऊर निवासी वीरेंद्र चौबे ने भाजपा की सदस्यता को छोड़कर जहां निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव में प्रतिभाग करने की घोषणा की है तो भारत माता सपूत पार्टी के सतीश बहादुर बेलदार, पूर्वांचल क्रांति दल के रामसखा त्रिपाठी, सशक्त समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बैजनाथ यादव ने चुनावी समर में उतरने की घोषणा कर दी है।