वीआइपी नंबर के वाहनों से होती है शराब की तस्करी
वीआइपी नंबर के वाहनों से शराब की तस्करी हो रही है। भदोही नगर से लेकर जिले भर में इन दिनों कई वाहन काली फिल्म लगाकर बेधड़क सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): वीआइपी नंबर के वाहनों से शराब की तस्करी हो रही है। भदोही नगर से लेकर जिले भर में इन दिनों कई वाहन काली फिल्म लगाकर बेधड़क सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। लग्जरी वाहनों में वीआइपी नंबर देख पुलिस के लोग भी हाथ डालने से कतराते हैं। शराब माफियाओं के तार सीधे मध्य प्रदेश के डिस्टिलरी से जुड़े हुए हैं। यहां से बैक डोर से शराब खरीद कर बिहार प्रदेश में ले जाया जाता है।
भदोही, सुरियावां, मोढ़, बभनौटी, गड़ेरियापुर आदि क्षेत्र इन दिनों अवैध शराब के कारोबारियों के लिए सुरक्षित जोन बन चुका है। लग्जरी एवं वीआइपी नंबर के वाहनों से सीधे बिहार प्रदेश शराब की तस्करी की जा रही है। शराब माफियाओं का तार स्थानीय खाकी वालों से भी जुड़ा होता है। सूत्रों का कहना है कि वीआइपी नंबर के वाहनों से अवैध शराब लाया जाता है। इसके लिए भदोही जनपद में गोदाम बनाया गया है। माल को गोदाम में रखा जाता है। इसके पश्चात धीरे-धीरे उन्हीं वाहनों से बिहार प्रदेश आपूर्ति की जाती है। वीआइपी नंबर के वाहनों को देख पुलिस भी हाथ नहीं डालना चाहती है। यही नहीं कई वाहनों पर तो उत्तर प्रदेश सरकार के और सचिवालय के होलोग्राम भी लगाए गए हैं। यही नहीं शराब माफिया बेधड़क होकर काली फिल्म लगाकर सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अंजान बनी हुई है।
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पलक झपकते बदल देते हैं वाहन
अवैध शराब के मास्टरमाइंड पलक झपकते ही वाहन बदल देते हैं। मैरिज लान में बरामद शराब का मास्टरमाइंड तो इधर कई दिनों से कई वाहनों को बदल चुका था। पुलिस पंकज सिंह को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अमित विश्वकर्मा और पवन सिंह पुलिस की पकड़ से अभी भी बाहर है। भदोही नगर के लोगों का कहना है कि अमित विश्वकर्मा इधर एक माह में कई लग्जरी वाहन का मालिक हो गया है। वह प्रतिदिन एक वाहन को बदल रहा था।