Move to Jagran APP

खुफिया विभाग ने भेजी अवैध गैस रिफलिग की रिपोर्ट

गैस रिसाव से आए दिन हो रही घटनाओं के बाद भी जिले में अवैध रूप से गैस रिफिलिग का कारोबार व्यापक स्तर पर संचालित किया जा रहा है। चौरी में पटाखा विस्फोट के बाद सक्रिय हुआ खुफिया विभाग अब हर क्षेत्रों पर नजर रखे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 08:42 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 10:38 PM (IST)
खुफिया विभाग ने भेजी अवैध गैस रिफलिग की रिपोर्ट
खुफिया विभाग ने भेजी अवैध गैस रिफलिग की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही) : गैस रिसाव से आए दिन हो रही घटनाओं के बाद भी जिले में अवैध रूप से गैस रिफिलिग का कारोबार व्यापक स्तर पर संचालित किया जा रहा है। चौरी में पटाखा विस्फोट के बाद सक्रिय हुआ खुफिया विभाग अब हर क्षेत्रों पर नजर रखे हुए हैं। विभागीय अधिकारियों को सचेत करते हुए शासन और जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। चेताया है कि रिफलिग का कारोबार बंद नहीं हुआ तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है।

loksabha election banner

चौरी के रोटहां में हुए विस्फोट के बाद खुफिया विभाग के कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे। हर कोई खुफिया को कोस रहा था कि यदि उसकी नजर इस कारोबार पर रहती तो इस तरह की घटना न होती। समय रहते अवैध रूप से कारोबार कर रहे लोगों पर कार्रवाई हो जाती है। इस मामले पर खुफिया विभाग के अधिकारी भी गुपचुप तरीके से अपना सफाई देने लगे थे कि चेतावनी के बाद भी अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं। एक बार फिर खुफिया विभाग ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के अलावा शासन स्तर पर भी जिले में हो रहे अवैध गैस रिफलिग कारोबार को लेकर रिपोर्ट भेज दी है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि कि जिले में बड़े पैमाने पर गैस रिफलिग का कारोबार किया जा रहा है। रिफलिग करते समय बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। ज्ञानपुर, गोपीगंज, सुरियावां, भदोही, चौरी, घोसिया, महराजगंज, जंगीगंज, कोइरौना बाजारों के अलाव ग्रामीण अंचलों में भी व्यापक स्तर पर गैस रिफलिग किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट संबंधित विभागीय अधिकारी के अलावा शासन को भेजकर सचेत कर दिया गया है।

--------------

कैसे चलता है कारोबार

- गैस रिफलिग करने वाले दुकानदार अलग-अलग नामों से गैस कनेक्शन कराते हैं। इसके पश्चात वह गैस एजेंसियों से सिलेंडर दुकान पर लाते हैं। इसके पश्चात दुकानदार छोटे- छोटे सिलेंडर में रिफलिग करते हैं। इसके एवज में ग्राहकों से किलो के हिसाब से मोटी रकम भी लेते हैं। खास बात तो यह है कि दुकानदारों द्वारा अपने दुकान में ही गोदाम भी बना रखे हैं। गोदाम भी घनी आबादी के बीच बनाए हुए हैं। आग लगी तो कई जानें जा सकती हैं।

----------

दुकानों पर अवैध रिफलिग के खिलाफ अभियान चलता रहता है। खुफिया की रिपोर्ट यदि इस तरह की है तो और सघन अभियान चलाकर कठोर कार्रवाई की जाएगी। चेताया कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में रसोई गैस का प्रयोग करने वाले संचालकों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

- अमित तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.