पूर्ति निरीक्षक खुदकशी मामले में महिला को भेजा जेल
पुरानी कलेक्ट्रेट के पास स्थित राजा बाजार में किराये के मकान में रह रहे भदोही के पूर्ति निरीक्षक विजय प्रताप यादव के आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने नाटकीय ढंग से एक महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि मुख्य आरोपित की तलाश में जुटी हुई है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पुरानी कलेक्ट्रेट के पास स्थित राजा बाजार में किराये के मकान में रह रहे भदोही के पूर्ति निरीक्षक विजय प्रताप यादव के आत्महत्या मामले में सोमवार को नया मोड़ उस समय आ गया, जब पुलिस ने नाटकीय ढंग से एक महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि मुख्य आरोपित की तलाश में पुलिस अभी जुटी हुई है। महिला का नाम सामने आने से बाजार में चल रहे आशनाई की चर्चाओं की पुष्टि हो गई। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में पूरी तरह खुलकर कुछ बताने से कतरा रही है।
प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज कोतवाली क्षेत्र के सुरायसुल्तानी-भगवाचुंगी गांव निवासी विजय प्रताप यादव प्रतापगढ़ में ही लिपिक के पद पर तैनात थे। दो वर्ष पहले प्रोन्नत होने पर जनपद में बतौर पूर्ति निरीक्षक तैनात हुए थे। शुरुआती दौर में औराई और फिर ज्ञानपुर में पूर्ति निरीक्षक के पद पर तैनाती थी। इसके पश्चात उनकी तैनाती भदोही में कर दी गई थी। 26 सितंबर की रात राजा बाजार स्थित किराये के भवन में उन्होंने फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटना के बाद मौके से सुसाइड नोट भी मिला था। घटना के बाद से ही कोटेदारों में उनके आशनाई आदि की सुगबुगाहट थी। यहां तक लोगों को यहां तक कहते सुना गया कि पूर्ति निरीक्षक देर शाम कांशीराम शहरी आवास योजना में भी जाते थे। जितने मुंह उतनी बात निकल रही थी लेकिन पुलिस की जांच पर सबकी निगाहें टिकी हुई थी। दो दिन पूर्व क्राइम ब्रांच की टीम ने कोईरौना क्षेत्र से एक महिला को गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया था। गत दिनों उसे पूर्ति निरीक्षक के आत्महत्या को उकसाने आदि की धारा में गिरफ्तार दिखाकर गुपचुप तरीके से जेल भेज दिया। हालांकि पुलिस अभी मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने में जुटी हुई है। मुख्य आरोपित भी होगा शिकंजे में
अपर पुलिस अधीक्षक डा. संजय कुमार का कहना है कि पूर्ति निरीक्षक के आत्महत्या के मामले में एक महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मुख्य आरोपित भी शीघ्र ही शिकंजे में होगा।