समाज के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
समाज के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
जासं, भदोही: डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में रविवार से भारत में कामकाजी महिलाओं की परिस्थिति, मुद्दे, चुनौतियां व समाधान विषयक दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल संयुक्त सचिव, उच्च शिक्षा निदेशालय (प्रयागराज) प्रो. राजीव पांडेय ने कहा कि महिलाएं सिर्फ घर परिवार का केंद्र बिदु नहीं होतीं बल्कि बेहतर समाज के निर्माण करने में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ऐसे में महिलाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। कहा कि उनके कार्यस्थल को सुरक्षा प्रदान करना भी हमारी जिम्मेदारी है।
विशेषकर कामकाजी महिलाओं को प्रेरित करने और सुरक्षा का अहसास दिलाने से उनका मनोबल बढ़ता है जो वर्तमान परिवेश में बेहद जरूरी है। सहायक सचिव (उच्च शिक्षा) प्रो. वृंदावनलाल शर्मा ने कहा कि बिना महिलाओं की प्रेरणा के सफलता हासिल करना टेढ़ी खीर है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय हिदी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि सरकार भी महिलाओं को आत्म निर्भर व सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. मुरलीधर राम ने संबंधित विषय को वर्तमान समाज की आवश्यकता बताया। इससे पहले उन्होंने अतिथियों का स्वागत करते हुए अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। प्रो. हेरंब चतुर्वेदी इतिहास विभाग (इलाहाबाद विश्वविद्यालय), प्रो, शीलप्रिय त्रिपाठी प्राचार्या हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नैनी, डा. विनीता यादव परीक्षा नियंत्रक, प्रो. रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय प्रयागराज ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर डा. वर्षारानी सिंह, डा. अवधेश कुमार, डा. यशबीर सिंह, डा. ब्रिजेश सिंह आदि थे।