संविदा कर्मियों की हुंकार, लेकर रहेंगे अधिकार
समान कार्य के लिए समान वेतन देने, नियमित करने सहित आशा बहनों को दस हजार रुपये मानदेय देने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलित संविदा स्वास्थ्य कर्मी व आशा बुधवार को तीसरे दिन भी जिला मुख्यालय पर डटे रहें।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : समान कार्य के लिए समान वेतन देने, नियमित करने सहित आशा बहनों को दस हजार रुपये मानदेय देने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलित संविदा स्वास्थ्य कर्मी व आशा बुधवार को भी जिला मुख्यालय पर डटे रहें। बेमियादी अनशन के तहत जुटे कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन किया। कहा कि वह अपना अधिकार लेकर रहेंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर प्रस्तावित बेमियादी अनशन के तहत सोमवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मियों व आशाओं ने धरना प्रदर्शन शुरू किया था। बुधवार को जिलाध्यक्ष डा. दिनेश कुमार ने कहा कि समान कार्य व समान वेतन सहित नियमित करने व आशाओं को दस हजार रुपये मानदेय देने की मांग काफी दिनों से की जा रही है। इसके बाद भी शासन की ओर से महज अनदेखी की जा रही है। आशा संघ की जिलाध्यक्ष साजिदा बेगम ने कहा कि भाजपा की ओर से संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की सभी जायज मांगों को पूरा किए जाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। उनके प्रदर्शन में पहुंची कांग्रेस जिलाध्यक्ष डा. नीलम मिश्रा ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार प्रत्येक वर्ग को छलने का काम कर रही है। कांग्रेस कर्मचारियों के साथ है। इसी तरह डा. नाजिम, डा. देवेश ओझा, डा. अजय ¨सह आदि कहा कि समान कार्य व समान वेतन सहित स्थाइकरण, विशिष्ट सेवा नीति बनाने सहित आशा कर्मियों को सम्मानजनक मानदेय देने आदि की मांग की जा रही है। जब तक मांग पूरी नहीं होगी उनका आंदोलन जारी रहेगा।