किसान पाठशाला को गर्मी ने तबाह कर डाला
खेती के उन्नत तकनीक की जानकारी देने के लिए कृषि विभाग की ओर से चलाए जा रहे किसान पाठशाला पर भी गर्मी व धूप की मार पड़ रही है।
जासं, ज्ञानपुर (भदोही) : खेती के उन्नत तकनीक की जानकारी देने के लिए कृषि विभाग की ओर से चलाए जा रहे किसान पाठशाला पर भी गर्मी व धूप की मार पड़ रही है। लगभग प्रत्येक न्याय पंचायतों के गांवों में पाठशाला तो चल रही है लेकिन किसानों की संख्या नाम मात्र की ही जुट रही है। इससे अधिक से अधिक किसानों को जागरूक करने की मंशा पूरी होते नहीं दिख रही है। देवाजितपुर में किसान पाठशाला में उपकृषि निदेशक डॉ. अरबिद कुमार सिंह ने किसानों को पाठशाला चलाने के उद्देश्य व लाभ की जानकारी दी। क्लास 1 : अभोली ब्लाक के अदियापुर गांव के प्राथमिक विद्यालय फत्तूपुर में आयोजित किसान पाठशाला में किसानों को ट्रेनर संतोष कुमार ने किसानों को उत्पादन बढ़ाने, लागत मूल्य कम करने आदि की जानकारी दी। पाठशाला में मौजूद नन्हें लाल ने बताया कि हरी खाद तैयार करने व बीज उपचार करने की जानकारी उन्हें मिली है। इसी तरह कंचन, अंतिमा व पुरुषोत्तम पांडेय ने बताया कि विशेषज्ञों ने बताया कि रसायनिक के बजाय गोबर की खाद का उपयोग, कूड़ विधि से बोआई आदि करके लागत मूल्य को कम किया जा सकता है। जबकि उपज में बढ़ोत्तरी होगी। यहां दो दर्जन किसान थे। क्लास 2 : डीघ ब्लाक के नवधन व मदनपुर गांव में कृषि विशेषज्ञ डॉ. एके संत व यादवेंद्र सिंह ने किसानों को उपज बढ़ाने की जानकारी दी। बताया कि अच्छी उपज के लिए मिट्टी का जांच कराकर उर्वरक का उपयोग करना लाभकारी होगा। गर्मी की जोताई के लाभ को भी बताया। प्रमोद कुमार उपाध्याय, रामदुलार यादव, हृदयतोष उपाध्याय, एके चौबे आदि किसानों ने कहा कि पाठशाला में बताया गया कि गर्मी में खेत की जोताई से हानिकारक कीड़े-मकोड़े नष्ट हो जाते हैं। नर्सरी हमेशा शाम के समय डालने व शाम को ही सिचाई करने की सलाह दी गई।
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