अनुदान की बागवानी से गंगा के तटवर्ती गांवों में फैलेगी हरियाली
किसानों ने रुचि दिखाई तो परंपरागत धान व गेहूं की फसल के साथ बागवानी कर लाभ हासिल कर सकते हैं।
अनुदान की बागवानी से गंगा के तटवर्ती गांवों में फैलेगी हरियाली
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : गंगा किनारे गांव के किसान अब बागवानी कर हरियाली लाने के साथ अपनी आमदनी भी बढ़ा सकते हैं। सबसे अहम यह कि उन्हें बागवानी पर आने वाले खर्च का आधा हिस्सा ही वहन करना होगा। आधा सरकार अनुदान के रूप में मुहैया करा देगी। क्योंकि किसानों को सशक्त करने में लगी सरकार ने अब बागवानी के जरिए उनकी आय में और बढ़ोतरी करने की पहल की है। साथ ही इस योजना से गंगा तटवर्ती गांवों में हरियाली लाने की भी योजना है। औद्यानिक विकास योजना के तहत जिले में गंगा किनारे स्थित डीघ व औराई ब्लाक के 47 गांवों में अनुदान देकर 150 हेक्टेयर बागवानी कराने का लक्ष्य तय है। किसानों ने रुचि दिखाई तो परंपरागत धान व गेहूं की फसल के साथ बागवानी कर लाभ हासिल कर सकते हैं।
गंगा को निर्मल व अविरल बनाने व गंगा तटवर्ती गांवों को प्रदूषण मुक्त करने को लेकर शासन की ओर से विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। नमामि गंगे योजना के तहत जहां स्वच्छ शौचालयों का निर्माण कराया गया। साफ-सफाई आदि का अभियान चलाया जा रहा है तो रसायनिक उर्वरकों का प्रयोग रोकने के लिए जैविक खेती कराई जा रही है। वहीं, अब गंगा किनारे हरियाली और किसानों की आमदनी बढ़ाने को औद्यानिक विकास योजना तैयार की गई है। किसानों को बागवानी करने पर अनुदान दिया जाएगा। औद्यानिक विकास योजना के तहत जिले में गंगा किनारे स्थित डीघ व औराई ब्लाक के 47 गांवों में अनुदान देकर 150 हेक्टेयर में बागवानी कराने का लक्ष्य तय किया गया है। किसानों ने रुचि दिखाई तो परंपरागत धान व गेहूं की फसल के साथ बागवानी कर लाभ हासिल कर सकते हैं।
कितना मिलेगा अनुदान
गंगा किनारे गांव के किसान फलदार पौधों का बाग लगाएंगे तो उन्हें प्रति हेक्टेयर प्रति माह तीन हजार रुपये तीन वर्ष तक यानी एक लाख आठ हजार रुपये अनुदान दिया जाएगा। किसान पौधों आदि कि व्यवस्था कर बागवानी करेंगे। उन्हें प्रति माह डीबीटी के जरिए खाते में अनुदान राशि का भुगतान किया जाएगा।
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गंगा तटवर्ती डीघ ब्लाक के 35 और औराई के 13 ग्राम पंचायतों हो हरा भरा बनाने के लिए आम, अमरूद, आंवला, बेर, बेल, अनार, शरीफा, कागजी नींबू आदि की बागवानी कराई जाएगी। किसान प्रथम आवक, प्रथम पावक के तर्ज पर आवेदन कर लाभ हासिल कर सकते हैं।
- सुनील कुमार तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी भदोही।