हाइवे पर तैनाती का लालच बना गले का फांस
कहा जाता है कि लालच बुरी बला है। भदोही गोपीगंज सरीखे मलाईदार कोतवाली में तैनात हो चुके मनोज पांडेय का मीरजापुर स्थानांतरण हो गया था लेकिन वह किसी तरह से जैक लगाकर फिर जिले में आ गए और हाइवे पर स्थित औराई की कमान संभाल ली।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कहा जाता है कि लालच बुरी बला है। भदोही, गोपीगंज सरीखे मलाईदार कोतवाली में तैनात हो चुके मनोज पांडेय का मीरजापुर स्थानांतरण हो गया था लेकिन वह किसी तरह से जैक लगाकर फिर जिले में आ गए। हाइवे पर स्थित औराई की कमान संभाल तीस दिन भी पूरे नहीं हुए होंगे कि ऐसा हरकत कर दिखाया कि पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा। साजिश में आकर एक 60 साल के व्यापारी सुक्खू पाल को तमंचा संग गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुक्खू के भाई ने गांव के विकास कार्यों की आरटीआइ से जानकारी क्या मांग ली, उनके लिए फजीहत बन गया।
सूक्खू पाल का भाई गांव के विकास कार्यों की आरटीआइ से जानकारी मांगी थी। इसी को लेकर ग्राम प्रधान और उनके लोग उसके खिलाफ पुलिस से मिलकर साजिश की योजना बनाई थी। बताते हैं कि एक अंजान व्यक्ति दुकान में पहुंचा और सुक्खू से कहा कि दादा यह डिब्बा यहीं रख दे रहें हैं और कुछ काम कर वापस आ रहे हैं। वह अनजान व्यक्ति उधर जाता है कि योजना के तहत पुलिस दुकान में छापेमारी कर तमंचा बरामद कर लिया। पुलिस कर्मियों ने इस तरह दुस्साहसिक कार्य किया कि दुकानदार को बैठाकर विधि पूर्वक ब्रीफिग भी की। शिकायत मिलते ही एसपी ने शिकंजा कस दिया तो मामला दूध का दूध पानी का पानी हो गया। एसपी की इस कार्रवाई से जहां लापरवाह पुलिस कर्मियों की नींद उड़ गई है तो वहीं चहुंओर सराहना भी हो रही है।
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