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नहीं चली राजकीय अस्पताल की ओपीडी

अस्पताल परिसर में जल प्लावन की स्थिति होने के कारण लगाकर चौथे दिन सोमवार को राजकीय अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा से रोगी वंचित रहे। अस्पताल गेट से लेकर ओपीडी तक भारी जलजमाव होने के कारण रोगियों का पहुंचना दूभर हो गया है। सोमवार को काफी संख्या में रोगी अस्पताल गेट तक तो पहुंचे लेकिन जलजमाव देख वापस लौटने को विवश हुए। उधर जलजमाव के मद्देनजर राजकीय अस्पताल एमबीएस के चिकित्सक इन दिनों नवनिर्मित महिला अस्पताल के भवन में बैठ रहे हैं लेकिन वहां पहुंचना भी रोगियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 09:58 PM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 06:20 AM (IST)
नहीं चली राजकीय अस्पताल की ओपीडी
नहीं चली राजकीय अस्पताल की ओपीडी

जासं, भदोही : अस्पताल परिसर में जल प्लावन की स्थिति होने से चौथे दिन सोमवार को राजकीय अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा चौपट रही। गेट से ओपीडी तक जलजमाव होने से रोगियों का पहुंचना दूभर हो गया। ओपीडी नहीं चली, इसके चलते रोगी वापस लौट गये। चिकित्सक नवनिर्मित महिला अस्पताल के भवन में बैठ रहे हैं लेकिन वहां पहुंचना भी रोगियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। गुरुवार की देर शाम बारिश शुरू हुई। अस्पताल परिसर में जलजमाव हो गया। शुक्रवार को परिसर में जहां पानी जमा रहा, जबकि लाखों की दवा बरबाद हो गई। ओपीडी रूम, ड्रेसिग रूम व वार्ड सहित अन्य कक्षों में पानी भरने के कारण ओपीडी ठप हो गई।

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नहीं खुला औषधि कक्ष

जलमग्न अस्पताल का औषधि कक्ष सोमवार को भी नहीं खुल सका। पानी में भीगने के कारण कितनी दवाएं बर्बाद हुईं इसका आंकलन अब तक नहीं किया जा सका। अस्पताल प्रबंधन अब भी पानी निकलने का इंतजार कर रहा है। इसी तरह दवा वितरण केंद्र, ड्रेसिग रूम, पर्ची केंद्र आदि पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई।

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स्वास्थ्यकर्मी भी जलजमाव से घिरे

अस्पताल परिसर में जलजमाव के कारण चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को भी भारी असुविधा से दो चार होना पड़ रहा है। आवासों में पानी घुसने के कारण स्वास्थ्यकर्मी बाढ़ जैसी विभिषिका से दो चार हैं। कई स्वास्थ्यकर्मियों ने परिवार को दूसरे स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। इसी तरह चिकित्सक भी बाहर निकलने की स्थिति नहीं हैं। चिता की बात तो यह है कि पालिका प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन की ओर से जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है।


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