आइसोलेशन का दायित्व स्वीकार, निष्ठा भाव से सेवा को तत्पर
कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों को भर्ती करने के लिए जिला अस्पताल में 16 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना है। वायरस के पॉजिटिव रोगियों के आने पर उपचार के लिए नियमित डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गई है। आइसोलेशन वार्ड का चुनौती पूर्ण दायित्व को डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों ने सहर्ष स्वीकार किया है। जिम्मेदारी को देश सेवा में सहभागिता का अवसर मिलने का सौभाग्य कह रहे हैं।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों को भर्ती करने के लिए जिला अस्पताल में 16 बेड का आइसोलेटेड वार्ड बना है। वायरस के पॉजिटिव रोगियों के आने पर उपचार के लिए नियमित डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गई है। आइसोलेटेड वार्ड के चुनौतीपूर्ण दायित्व को डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों ने सहर्ष स्वीकार किया है। जिम्मेदारी को देश सेवा में सहभागिता का अवसर मिलने का सौभाग्य कह रहे हैं।
महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल ज्ञानपुर के आइसोलेटेड वार्ड में तैनात ऑन कॉल नामित किए गए डॉक्टरों ने बताया कि वर्तमान में महामारी से हर कोई सहमा है। जनसेवा को मिला अवसर सहर्ष स्वीकार है। अभी तक एक भी लक्षण नहीं मिला है। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्वास्थ्य कर्मियों की टीम आइसोलेटेड वार्ड में किसी भी समय लक्षण वाले रोगी आने पर उपचार के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पूरी तैयारी तो है ही, बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए टीम का हर एक सदस्य तत्पर है। उपचार के दौरान प्रोटेक्शन के सभी उपाय अपनाए जा रहे हैं। ओपीडी में भी आने वाले मरीजों के उपचार के वक्त हमेशा आइसोलेशन व मास्क का प्रयोग किया जा रहा है। वार्ड में तैनात व कंट्रोल रुम प्रभारी चिकित्सक ने बताया कि समय रहते सरकार ने बचाव के सारे इंतजाम शुरु कर दिए, जिससे वायरस के संक्रमण को लेकर देश की स्थिति काफी अच्छी है।