परिषदीय चार स्कूलों को मिला फाइव स्टार का दर्जा
कांवेंट व नर्सरी की तर्ज पर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को अवस्थापना सुविधाओं से सुसज्जित करने व शिक्षण कार्य में गुणवत्ता लाने मिशन कायाकल्प योजना के तहत शुरू किया गया प्रयास रंग लाने लगा है। जिले के चार स्कूलों को फाइव स्टार का दर्जा मिल चुका है तो 94 स्कूलों को फोर स्टार में चयनित किया गया है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कांवेंट व नर्सरी की तर्ज पर परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को अवस्थापना सुविधाओं से सुसज्जित करने व शिक्षण कार्य में गुणवत्ता लाने मिशन कायाकल्प योजना के तहत शुरू किया गया प्रयास रंग लाने लगा है। जिले के चार स्कूलों को फाइव स्टार का दर्जा मिल चुका है तो 94 स्कूलों को फोर स्टार में चयनित किया गया है।
मिशन कायाकल्प योजना के तहत परिषदीय विद्यालयों में सुसज्जित भवन. इंटरलाकिग से लेकर शौचालय, किचन शेड, मल्टीपल हैंडवास, सब मर्सिबल पंप से पेयजल की व्यवस्था सहित अन्य भौतिक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 14वें वित्त आयोग से धनराशि खर्च करने की छूट दी गई थी। इसके बाद भी भले ही तमाम ग्राम पंचायतों में विद्यालयों का कायाकल्प करने में उदासीनता बरती गई हो लेकिन काफी संख्या में ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव व प्रधानाध्यापकों ने रूचि दिखाई। उनके सफल प्रयास का ही नतीजा रहा कि विद्यालयों का स्वरूप बदलने लगा। कायाकल्प के तहत सुविधाओं से सुसज्जित करने व शिक्षण कार्य के गुणवत्ता के मूल्यांकन के आधार पर राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से ज्ञानपुर ब्लाक के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय जोरई, डीघ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कटरा व औराई ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय महराजगंज को फाइव स्टार का दर्जा दिया गया है। इसके साथ ही अभोली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय आनंदडीह, औराई के प्राथमिक-पूर्व माध्यमिक विद्यालय घोसिया, डीघ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय केवटाही व सागररायपुर सहित 94 स्कूलों को फोर स्टार मिला है। बीएसए अमित कुमार सिंह ने विद्यालयों को मिली इस उपलब्धि पर ग्राम प्रधान, सचिव व प्रधानाध्यापकों की सराहना की है तो अन्य ग्राम पंचायतों में भी विद्यालयों का कायाकल्प कर मिशाल कायम करने पर जोर दिया है।