दलदल में फंसेंगे पांव, गिट्टी बनाएगी घाव
कार्तिक पूर्णिमा पर्व आने के अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। प्रत्येक वर्ष यहां पर स्थानीय के अलावा जौनपुर आदि आस-पास के जनपदों से एक लाख से अधिक श्रद्धालु रामपुर घाट पर गंगा में डुबकी लगाने के लिए आते हैं।
जागरण संवाददाता, गोपीगंज (भदोही) : कार्तिक पूर्णिमा पर्व आने के अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। प्रत्येक वर्ष यहां पर स्थानीय के अलावा जौनपुर समेत आस-पास के जनपदों से एक लाख से अधिक श्रद्धालु रामपुर घाट पर गंगा में डुबकी लगाने के लिए आते हैं। अभी तक व्यवस्था के नाम पर घाट पर कुछ भी नहीं है। घाट पर दलदल होने के वजह से स्नानार्थियों को भारी दिक्कत उठानी पड़ेगी। भीड़ का दबाव अधिक होने पर घाट पर स्थिति बिगड़ सकती है। बावजूद इसके जिला प्रशासन इससे बेखबर है।
कार्तिक पूर्णिमा पर्व को लेकर अभी तक प्रशासनिक तैयारी नहीं शुरू की गई। एक दिन पहले से ही यहां पर श्रद्धालु डेरा डालना शुरू कर देते हैं। सबसे खराब स्थिति गंगा घाट की है। घाट पर कीचड़ पूरी तरह दलदल में तब्दील में चुकी है। दलदल में एक बार जो फंस जाता है उसे निकालने के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। छठ पर्व पर भक्तों को दिक्कत उठानी पड़ी थी। जिला प्रशासन अनभिज्ञ बना हुआ है। अव्यवस्था का आलम यह है कि रामपुर गंगा घाट तक जाने वाली सड़क ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन के पास पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। एक किमी पैदल अथवा वाहन से यात्रा करना बीस किमी के बराबर हो जाता है। बीच-बीच में सड़क पर गिराए जा रहे गंदा पानी के बीच से होकर श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ेगा। सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढों से होकर कैसे गंगा घाट पहुंचेंगे इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।