जर्जर भवन से सताता है भय, नहीं हुआ कायाकल्प
डीघ ब्लाक क्षेत्र का पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामकिशुनपुर बसहीं का भवन जर्जर हो चुका है। बच्चों को विद्यालय भेजने पर अभिभावक हमेशा भयग्रस्त रहते हैं। कब भवन कब धराशाई हो जाय कुछ कहा नहीं जा सकता।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : डीघ ब्लाक क्षेत्र का पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामकिशुनपुर बसहीं का भवन जर्जर हो चुका है। बच्चों को विद्यालय भेजने पर अभिभावक हमेशा भयग्रस्त रहते हैं। कब भवन कब धराशाई हो जाय कुछ कहा नहीं जा सकता। इसी तरह औराई ब्लाक क्षेत्र के रत्ना गांव में स्थित विद्यालय के समीप स्थित तालाब के पानी से बच्चों की सुरक्षा का भय सताता रहता है। बावजूद इसके कायाकल्प व चहारदीवारी के निर्माण को लेकर कोई प्रयास होते नहीं दिख रहा है। यह तो बानगी भर है। तमाम विद्यालय हैं जो जर्जर हाल में हैं और बच्चों से लेकर शिक्षकों तक को दिक्कत हो रही है।
यह हाल तब है जबकि परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प के लिए मिशन कायाकल्प के तहत व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए शासन ने 14वें व राज्य वित्त के धन के सौंदर्यीकरण व अन्य व्यवस्था कराने की अनुमति दे दी है। खजाना खोल दिया गया है कि विद्यालयों में कोई कमी न रहने पाए। इसके बाद भी तमाम स्कूलों के कायाकल्प को लेकर प्रधानों ने रूचि नहीं दिखाई। अब कार्यकाल समाप्त होने के बाद काम नहीं हो पा रहा है। इससे जहां शिक्षक व बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है वहीं सुरक्षा को लेकर भी खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने भवन मरम्मत व चहारदीवारी के निर्माण की मांग की है।