राष्ट्रीय शिक्षा नीति से सभी पाएंगे सर्वोच्च गुणवत्ता की शिक्षा
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य है कि भारत में एक ए
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य है कि भारत में एक ऐसी शिक्षा प्रणाली की व्यवस्था बनाना है। जहां किसी भी वर्ग, पृष्ठभूमि का विद्यार्थी समान रूप से सर्वोच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त कर सकें। उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान प्रयागराज व एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित वेबिनार के सातवें एपिसोड का शुभारंभ करते हुए अपर शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप ने यह बातें कहीं। बताया कि इससे शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आएगा।
सीमैट प्रयागराज के निदेशक संजय सिन्हा ने एनईपी के समग्र एवं उपादेय प्रविधान जैसे बुनियादी साक्षरता, स्नातक कोर्स का लचीलापन, अवधारणात्मक समझ और मानवीय मूल्यों का समावेशन, जीवन कौशल से जुड़ाव समेत इससे होने वाले परिवर्तन पर प्रकाश डाला। एमिटी लखनऊ की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.जयंती श्रीवास्तव ने संस्थागत नेतृत्व की योग्यता एवं स्वशासन को उच्चतर शिक्षा संस्थान की पहचान का आधार बताते हुए कहा कि 2035 तक भारत के सभी उच्च शिक्षा संस्थान स्वतंत्र एवं स्वशासी बन जाएंगे। संस्थान अपने प्रयासों को विकसित करेंगे और अपनी प्रगति का आकलन भी करेंगे। व्यवसायिक शिक्षा विषय पर आईएएसई से अशोक तिवारी एवं एमिटी लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर तनुज माथुर ने शिक्षा नीति पर अपने विचार रखें। वेबिनार में जिले से जुड़े धीरज सिंह, ज्योति कुमारी, अनामिका गुप्ता, महेश यादव, मनीष सिंह, विनय पांडेय आदि शिक्षकों ने नई शिक्षा नीति पर अपने विचार रखें तो सवाल-जवाब कर जिज्ञासा शांत की।