मीटर लगने के बाद भी विद्युत चोरी पर नहीं लगा अंकुश
विद्युत चोरी पर अंकुश लगाने व ट्रांसफार्मर को जलने से बचाने के लिए विभाग की ओर से अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर में मीटर लगवाए गए हैं।
जासं, भदोही : विद्युत चोरी पर अंकुश लगाने व ट्रांसफार्मर को जलने से बचाने के लिए विभाग की ओर से अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर में मीटर लगवाए गए हैं। बावजूद इसके न तो चोरी पर अंकुश लगा सका और न ही ट्रांसफार्मर जलने का सिलसिला थमा। दो माह में 13 ट्रांसफार्मर फुंक चुके हैं। विद्युत चोरी धड़ल्ले से हो रही है। विभागीय अधिकारियों का यह हाल है कि उन्हें यह भी नहीं पता है कि कितने ट्रांसफार्मर मीटर से लैस हैं। उनके मीटर काम कर रहे हैं या नहीं है।
कार्यदाई संस्था एसिस इंफोलाइन के इंजीनियर नौशाद खां का कहना है कि मार्च में ही उन्होंने ट्रांसफार्मरों में मीटर लगवा दिया था। कार्यदाई संस्था को अधिकृत कर मीटर लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दावा किया गया था कि मीटर लगने के बाद ट्रांसफार्मर की क्षमता, एनर्जी व उपयोग मीटर के माध्यम से पता चल जाएगा। ट्रांसफार्मर के कमांड एरिया के वैध कनेक्शन व लोड का मिलान करने के बाद अवैध कनेक्शन का पता लगाया जा सकता है। वास्तविकता यह है कि मीटर लगने के बाद भी ट्रांसफार्मरों के जलने का सिलसिला जारी है। गोपीगंज में 41, ज्ञानपुर में 54, घोसिया में 18, खमरिया में 25, नईबाजार में 22, सुरियावां में 32 ट्रांसफार्मरों को मीटर से लैस किया गया था जबकि भदोही में दो साल पहले ही मीटर लगा दिए गए थे। भदोही नगर क्षेत्र में लगे अधिकतर मीटर लंबे समय से काम नहीं कर रहे हैं। एसडीओ (मीटर) संजय यादव का कहना है कि ट्रांसफार्मर जलने पर अक्सर मीटर बंद हो जाता है। इस दौरान ट्रांसफार्मर तो बदल दिया जाता है लेकिन मीटर चालू नहीं किया जाता। ऐसे कुछ मीटर बंद हो सकते हैं। उन्हें जल्द ही चालू कराया जाएगा।