ऊपर पछुआ नीचे पुरवाई, धुंध गहराई
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर जिले में मौसम पर
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर जिले में मौसम पर हावी है। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उसके आस-पास के निचले स्थानों पर चक्रवाती परिसंचरण जैसा कम दबाव क्षेत्र बनने के कारण अभी 25 फरवरी तक हल्के-फुल्के बादलों के साथ धुंध जैसा मौसम बने रहने की संभावना है। आगामी सप्ताह में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे तो बूंदा-बांदी की भी आशंका है। कम दबाव क्षेत्र बनने के कारण वायुमंडल में दो किलोमीटर तक पुरवा तथा उसके ऊपर पछुआ हवाओं के निरंतर बने रहने से धुंध गहराई है तो ऐसे मौसम की स्थिति बन रही है।
कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि आगामी दिनों में वातावरण में सापेक्ष आद्रता रात में 80 से 90 प्रतिशत तथा दिन में 40 से 45 फीसद रहने की संभावना है। ऐसे मौसम में दिन का तापमान कम रहेगा तथा रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। हवा की गति सात से आठ किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने की उम्मीद है। यह मौसम सरसों व सब्जियों की फसल के प्रतिकूल है। ऐसे में किसानों को सतत निगरानी करते रहने की जरूरत है।
छिड़काव कर सुरक्षित करें फसल
मौसम को देखते हुए सरसों व सब्जियों की फसल में चेपा कीट का खतरा बढ़ गया है। किसानों को चाहिए कि देखभाल में सावधानी बरतें। कीटों के नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड 0.2 से 0.5 मिली लीटर दवा प्रति लीटर पानी की दर से घोल तैयार कर छिड़काव करें। सब्जी फसल पर छिड़काव से पहले सब्जियों की तोड़ाई अवश्य कर लें। टमाटर व बैंगन की फसल में फली छेदक कीट से बचाव के लिए स्पिनोसेड 48 ईसी कीटनाशक दवा का प्रयोग एक मिली लीटर प्रति चार लीटर पानी की दर से घोल तैयार कर छिड़काव करें तो चने में फलछेदक कीट की रोकथाम के लिए क्वीनालफास 25 प्रतिशत दवा का छिड़काव करना लाभकारी होगा।