3000 शादी अनुदान लाभार्थियों के सत्यापन में उदासीनता
पिछड़ा वर्ग गरीब परिवारों की बीटिया के हाथ पीले करने के लिए पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की ओर से शादी अनुदान योजना संचालित की जाती है। लोक कल्याणकारी योजना के तहत गरीब परिवार को बीस हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। आनलाइन आवेदन के बाद हार्डकापी ब्लाक में जमा किए जाने के बाद में सत्यापन प्रक्रिया की हीलाहवाली से कई माह से आवेदन की फाइलें ब्लाकों में धूल फांक रहीं हैं। जिससे योजना के लाभ को लेकर गरीब अभिभावक भटक रहे हैं। ब्लाकों की उदासीनता से जिला पिछड़ा वर्ग विभाग में बजट के बावजूद भी लाभ देने के लिए विभाग लाचार दिख रहा है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पिछड़ा वर्ग गरीब परिवारों की बिटिया के हाथ पीले करने के लिए पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की ओर से शादी अनुदान योजना संचालित की जाती है। लोक कल्याणकारी योजना के तहत गरीब परिवार को बीस हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। आनलाइन आवेदन के बाद हार्डकॉपी ब्लाक में जमा किए जाने के बाद में सत्यापन प्रक्रिया की हीलाहवाली से कई माह से आवेदन की फाइलें ब्लॉकों में धूल फांक रहीं हैं। जिससे योजना के लाभ को लेकर गरीब अभिभावक भटक रहे हैं। ब्लाकों की उदासीनता से जिला पिछड़ा वर्ग विभाग में बजट के बावजूद भी लाभ देने के लिए विभाग लाचार दिख रहा है।
दरअसल, गरीब परिवार के बेटियों की शादी में आर्थिक दिक्कत न आने पाए। इसी उद्देश्य से पिछड़ा वर्ग गरीब परिवारों को पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से शादी अनुदान योजना संचालित की जाती है। जिसके तहत गरीब बिटिया की शादी के लिए विभागीय स्तर से जांच-पड़ताल कर योजना का लाभ दिया जाता है। योजना के लाभ के लिए वर्तमान के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में कुल तीन हजार लाभार्थियों ने आनलाइन आवेदन किया है। जिसकी जांच के लिए जिले के सभी छह ब्लॉकों में सत्यापन प्रक्रिया पूरी किया जाना अभी भी शेष है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग के पास बजट पर्याप्त है। ब्लाक के जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से लेटलतीफी कर सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराए जाने से पात्र लाभार्थियों को समय से योजना का लाभ मिलता नहीं दिख रही है। सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी की ओर से कई बार जिले के सभी खंड विकास अधिकारियों को पत्र लिखे जाने के बावजूद भी हीलाहवाली बदस्तूर जारी है। विभागीय कर्मियों के अनुसार योजना के मद में विभाग के पास पर्याप्त बजट उपलब्ध है। रिपोर्ट मिलने के बाद सूची के अनुसार शासन से डिमांड कर लाभार्थियों के खाते में धनराशि अंतरित किए जाने की तैयारी भी विभाग से पूरी कर ली गई है। लेकिन ब्लाक के अधिकारियों की मनमर्जी के आगे चाहते हुए भी समय से लाभार्थीयों के खाते में शादी अनुदान की धनराशि वापस करने में असहज दिख रहा है। मामले में सच्चाई जो भी हो लेकिन ब्लाक में लटके शादी अनुदान योजना के लाभ के लिए अधिकारियों की उपेक्षा गरीब लाभार्थियों पर भारी पड़ती दिख रही है।
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कार्यालय में शादी अनुदान योजना के लाभ के लिए अब तक तीन हजार आवेदन पत्र आनलाइन माध्यम से प्राप्त हुए हैं। जिसका सत्यापन ब्लाक स्तर से किया जाना है। कई बार सभी ब्लाक में पत्र लिखकर शीघ्र आवेदन पत्रों के संबंध में सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। इसके बावजूद तीन हजार आनलाइन आवेदन लंबित है। जिससे गरीब पिछड़ा वर्ग परिवार के खाते में अनुदान की धनराशि अंतरित नहीं किया जा सका है।
-अजय कुमार ¨सह, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी भदोही।