खाद-बीज दुकानों पर रेट बोर्ड नदारद, दाम की मनमानी वसूली
कृषि विभाग की लापरवाही और अधिकृत दुकानदारों की मनमानी से खाद-बीज की अधिकृत दुकानों पर रेट बोर्ड नहीं लगाया गया है। कुछ दुकानों पर वाल पेंटिग कर बोर्ड तो दिख रहा है लेकिन उर्वरक का रेट नदारद है। इसके पीछे केवल किसानों से निर्धारित मूल्य से अधिक दाम लिए जाने की मंशा भी सामने आ रही है। यूरिया समेत अन्य सामग्री क्रय किए जाने पर दुकानदार रसीद देने में हीलाहवाली कर रहे हैं। जिससे किसान आर्थिक क्षति उठाने को लाचार हैं। विभागीय जिम्मेदार की ओर से भी रेट बोर्ड लगाने के लिए कोई सख्ती नहीं दिख रही है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कृषि विभाग की लापरवाही और अधिकृत दुकानदारों की मनमानी से खाद-बीज की अधिकृत दुकानों पर रेट बोर्ड नहीं लगाया गया है। कुछ दुकानों पर वाल पेंटिग कर बोर्ड तो दिख रहा है, लेकिन उर्वरक का रेट नदारद है। इसके पीछे केवल किसानों से निर्धारित मूल्य से अधिक दाम लिए जाने की मंशा भी सामने आ रही है। यूरिया समेत अन्य सामग्री क्रय किए जाने पर दुकानदार रसीद देने में हीलाहवाली कर रहे हैं। जिससे किसान आर्थिक क्षति उठाने को लाचार हैं। विभागीय जिम्मेदार की ओर से भी रेट बोर्ड लगाने के लिए कोई सख्ती नहीं दिख रही है।
कृषि मंत्री के फरमान का नहीं पड़ा असर
जनवरी माह में सूबे के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जनपद भ्रमण के दौरान अधिकृत दुकान पर रेट बोर्ड न होने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। सख्त निर्देश दिया था कि अधिकृत प्राइवेट दुकानों पर अनिवार्य रुप से रेट बोर्ड लगाकर यूरिया व अन्य उर्वरकों का मूल्य अंकित किया जाए। लेकिन सात माह बाद भी फरमान बेअसर दिख रहा है। इसके साथ ही जिले में संचालित 89 दुकानों की रिपोर्ट तलब की थी।
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- अधिकृत उवर्रक-बीज की दुकानों पर रेट बोर्ड लगाना अनिवार्य है। इसकी जांच की जाएगी, रेट बोर्ड न लगा पाए जाने पर संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- अरविद कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक भदोही।