तिथि तय नहीं होने से छात्रों में संशय
काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर प्रशासन तिथि नहीं तय कर पा रहा है। महाविद्यालय प्रशासन की ओर से भेजे जा रहे प्रस्ताव व छात्रों द्वारा गत दिवस किए गए आंदोलन के बाद भी प्रशासन पूरी तरह शांत है। जबकि छात्र-छात्राओं में इस बात को लेकर संशय बना हुआ है कि कहीं प्रशासन चुनाव ही तो नहीं कराना चाहता।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर प्रशासन तिथि नहीं तय कर पा रहा है। महाविद्यालय प्रशासन की ओर से भेजे जा रहे प्रस्ताव व छात्रों द्वारा गत दिवस किए गए आंदोलन के बाद भी प्रशासन पूरी तरह शांत है। जबकि छात्र-छात्राओं में इस बात को लेकर संशय बना हुआ है कि कहीं प्रशासन चुनाव ही नहीं कराना चाहता। बहरहाल छात्रों में इस लेट लतीफी को लेकर आक्रोश बढ़ रहा है। अंदरखाने में आंदोलन की रणनीति बन रही है।
कानरा महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष, महामंत्री, कला संकाय प्रतिनिधि, विज्ञान संकाय प्रतिनिधि, वाणिज्य संकाय प्रतिनिधि व बीएड संकाय प्रतिनिधि के पद पर चुनाव संपन्न कराया जाता है। राजनीति की नर्सरी कहे जाने वाले छात्रसंघ चुनाव में भाग्य आजमाने की मंशा पाले छात्र-छात्राओं की ओर से सारी तैयारी कर रखी गई है। वह पिछले सितंबर माह की शुरूआत से ही न सिर्फ तैयारी में जुटे हैं बल्कि छात्र-छात्राओं में पैठ बनाने की कोशिश में भई लगे हैं। इसके बाद भी देखा जाय तो अभी तक जिला प्रशासन स्तर से चुनाव को कराने को लेकर किसी स्तर से हरी झंडी मिलते नहीं दिख रहा है। उधर छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्रों द्वारा गत दिवस आंदोलन भी किया जा चुका है लेकिन इसके बाद भी चुनाव तिथि को लेकर कोई निर्णय आता नहीं दिख रहा है। ऐसे में छात्र-छात्राओं के जेहन में यह सवाल घर करने लगा है कि कहीं चुनाव ही न कराया जाय। बहरहाल विश्वस्त सूत्रों की माने तो छात्रनेता व समर्थक एक बार फिर से आंदोलन की रणनीति तैयार करने लगे हैं। जो किसी भी समय सड़क पर आ सकता है। छात्रसंघ चुनाव को लेकर निर्वाचन अधिकारी डा. घनश्याम मिश्र ने बताया कि जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा जा चुका है। जब सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अनुमति मिलेगी उसी समय तिथि की घोषणा कर चुनाव संपन्न कराया जाएगा।
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56 दिन में हो जाना चाहिए चुनाव
- छात्रसंघ चुनाव को लेकर गाइड-लाइन की बात की जाय तो प्रवेश प्रक्रिया का कार्य समाप्त होने के बाद सत्रारंभ शुरू होने के आठ सप्ताह यानी 56 दिन के अंदर छात्रसंघ चुनाव हो जाना चाहिए। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गत 26 सितंबर को सत्रारंभ शुरू हुआ है। इसके तहत 20 नवंबर के पूर्व चुनाव हो जाना चाहिए। ऐसे में जैसे-जैसे समय व्यतीत हो रहा है चुनाव में भाग्य आजमाने की मंशा पाले छात्र नेताओं व उनके समर्थकों की बेचैनी बढ़ती जा रही है कि कहीं इसी तरह टालते-टालते चुनाव न कराया जाय।