गंगा में बढ़ रहे जल स्तर का डीएम ने लिया जायजा, नाव संचालन पर रोक
जागरण संवाददाता सीतामढ़ी (भदोही) लगातार हो रही बारिश से उफनाई गंगा का जल स्तर चौथे
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी (भदोही): लगातार हो रही बारिश से उफनाई गंगा का जल स्तर चौथे दिन घ रहा है। जल स्तर में हो रहे घटाव से तटवासियों ने राहत की सांस ली। सीतामढ़ी रीडिग के अनुसार मंगलवार को दोपहर तक तीन सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से जल स्तर घट रहा था। इस प्रकार जल स्तर 75.150 मीटर पर दर्ज किया गया।
तीन दिनों से हो रहे जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी आर्यका अखौरी छेछुआ गंगा घाट का निरीक्षण किया। कहा कि बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारी चौकन्ना रहें। इसके साथ ही राजस्व निरीक्षक और लेखपालों की ड्यूटी लगा दी। स्थिति को देखते हुए रामपुर और डेंगूरपुर गंगा घाट पर मोटर बोड संचालन पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है। बोट संचालन न होने से मीरजापुर से आने वाले व्यापारियों को झटका लगा है। बताया जाता है कि औराई और ज्ञानपुर तहसील क्षेत्र के 45 गांव गंगा तट पर स्थित हैं। गंगा जल स्तर में बढ़ाव होते ही तटवासियों की नींद उड़ जाती है। पिछले तीन दिनों से जल स्तर में लगातार बढ़ाव हो रहा है। तट सीतामढ़ी केंद्रीय जल आयोग की रीडिग के अनुसार खतरे का निशान 82.200 मीटर पर है। वर्ष 2013 में जल स्तर 81.200 पर था। सिचाई विभाग की रिडिग के अनुसार खतरे का निशान से अभी काफी नीचे गंगा बह रही हैं।
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पानी में बह गया दो करोड़
शासन ने कटान को रोकने के लिए दो करोड़ रुपये खर्च कर अत्याधुनिक सिस्टम का प्रयोग किया है। गंगा जल स्तर बढ़ते ही उसका पता ही नहीं चला। गांव के लोगों का कहना है कि सरकार का दो करोड़ पानी में बह गया। जल स्तर इससे अधिक बढ़ा कि कटान शुरू हो जाएगा। नियमों की अनदेखी कर धन को खर्च कर दिया गया। ग्रामीणों ने मामले की जांच कराने की मांग की है।