Move to Jagran APP

सभासदों में झोला वितरित कर दिया पॉलीथिन मुक्ति का संदेश

पर्यावरण का दुश्मन बन चुके पालीथिन से मुक्ति दिलाने के लिए अधिशासी अधिकारी राजेंद्र कुमार दुबे ने सभासदों में झोला वितरित कर संदेश दिया। कहा कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए हर किसी को सजग होने की जरूरत है। इसके साथ ही सभी सदस्यों ने संकल्प लिया कि खुद ते पालीथिन का प्रयोग नहीं करेगे तो अन्य को भी इसके दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देगें।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Oct 2018 05:42 PM (IST)Updated: Sat, 27 Oct 2018 11:59 PM (IST)
सभासदों में झोला वितरित कर दिया पॉलीथिन मुक्ति का संदेश
सभासदों में झोला वितरित कर दिया पॉलीथिन मुक्ति का संदेश

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पर्यावरण का दुश्मन बन चुके पॉलीथिन से मुक्ति दिलाने के लिए अधिशासी अधिकारी राजेंद्र कुमार दुबे ने सभासदों में झोला वितरित कर संदेश दिया। कहा कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए हर किसी को सजग होने की जरूरत है। इसके साथ ही सभी सदस्यों ने संकल्प लिया कि खुद तो पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करेंगे तथा अन्य को भी इसके दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देंगे।

loksabha election banner

अधिशासी अधिकारी ने कहा कि पॉलीथिन और प्लास्टिक का कचरा धरती, पर्यावरण, स्वास्थ्य आदि के लिए हानिकारक है। जन मानस की अज्ञानता एवं लापरवाही के चलते पर्यावरण असंतुलन, बाढ़, बीमारी तथा अन्य कई प्रकार समस्याएं सामने आ रही हैं। हालांकि शासन स्तर से पॉलीथिन को पूरी तरह प्रतिबंधित किए जाने का असर दिख रहा है। नगरीय क्षेत्रों में नाली जाम का सबसे बड़ा कारण प्लास्टिक की थैलियां हैं। प्रतिबंध के बाद भी लोगों की आदत है कि घर से झोला लेकर नहीं चलते हैं। स्वच्छता को लेकर लोगों में झोला वितरित कर जागरूक किया जा रहा है। चेताया कि जहां भी पॉलीथिन का प्रयोग करते पाया गया तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सभासदों ने भी संकल्प लिया कि वे पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.