सीईपीसी का पंजीकृत कार्यालय स्थापित करने की मांग
अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री समृति इरानी को पत्र भेजकर नोएडा में स्थापित कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के पंजीकृत कार्यालयों को भदोही स्थानांतरित करने की मांग की है। एकमा का कहना है नोएडा में परिषद का पंजीकृत कार्यालय होने के कारण 95 फीसद निर्यातक आवश्यक बैठकों में भागीदारी से वंचित होते हैं। इस बीच गिने चुने निर्यातकों संग परिषद बैठक कर उद्योग के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया जाता है जबकि बड़ी संख्या में निर्यातक अपने अधिकारों से वंचित रह जाते हैं।
जासं, भदोही : अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी को पत्र भेजकर नोएडा में स्थापित कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के पंजीकृत कार्यालयों को भदोही स्थानांतरित करने की मांग की है। एकमा का कहना है नोएडा में परिषद का पंजीकृत कार्यालय होने के कारण 95 फीसद निर्यातक आवश्यक बैठकों में भागीदारी से वंचित होते हैं। इस बीच गिने चुने निर्यातकों संग परिषद बैठक कर उद्योग के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया जाता है जबकि बड़ी संख्या में निर्यातक अपने अधिकारों से वंचित रह जाते हैं।
एकमा के उपाध्यक्ष अब्दुल हादी ने कहा कि परिषद द्वारा साधारण, असाधारण सभा की बैठकें पांच सितारा होटलों में आयोजित करती है इससे एक तरफ जहां सीईपीसी पर आर्थिक बोझ बढ़ता है वहीं बड़ी संख्या में उद्यमी भाग नहीं ले पाते। कहा कि सीईपीसी के कुल सदस्यों में भदोही-मीरजापुर परिक्षेत्र के 900 निर्यातक शामिल हैं। ऐसे में नियमानुसार परिषद का पंजीकृत कार्यालय भदोही में होना चाहिए। श्री अंसारी के अनुसार नोएडा स्थित कार्यालय अक्सर बंद रहता है। इसके कारण कार्यालय से कालीन निर्यातकों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है जबकि किराए के रूप में भारी भरकम धन व्यय हो रहा है।