पूरी रात दगे पटाखे जमकर मचा धमाल
दीप पर्व दीपावली का उत्साह युवाओं बच्चों से लेकर महिलाओं व बड़े बूढ़े लोगों तक पर छाया रहा। एक ओर जहां सभी पर्व का जश्न मनाने की खुशी में डूबे रहे। विद्युत झालर व लाइटों से की गई आकर्षक सजावट से घर
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : दीप पर्व दीपावली का उत्साह युवाओं, बच्चों से लेकर महिलाओं व बड़े, बूढ़े लोगों तक पर छाया रहा। एक ओर जहां सभी पर्व का जश्न मनाने की खुशी में डूबे रहे। विद्युत झालर व लाइटों से की गई आकर्षक सजावट से घर, मकान व प्रतिष्ठान जगमग रहे तो पटाखों का शोर रविवार की पूरी रात व सोमवार को दिन में भी गूंजता रहा। ऐसे में प्रशासन की ओर से रात 10 बजे के बाद पटाखे फोड़ने पर लगाए गए प्रतिबंध का फरमान पूरी तरह से हवाई साबित होकर रह गया।
दीपावली को शांतिपूर्ण व सकुशल संपन्न कराने की कवायद में जिला प्रशासन व पुलिस टीम कई दिनों पहले से लगी रही। पर्व की खुशी किसी के लिए मुसीबत न साबित हो प्रशासन की ओर से नगरीय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के लिए आदेश जारी किया था कि रात 10 बजे के बाद पटाखे नहीं फोड़े जाएंगे। हालांकि जब पर्व का उत्साह परवान चढ़ा तो सारे दावे धूसरित हो गये। आलम यह रहा कि पूरी रात युवा-बच्चे पटाखे फोड़ते व धमाल मचाते रहे।
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जममगाया काशीचक मैदान
- दीपावली के मौके पर खमरिया नगर स्थित काशी चक मैदान को 1551 दीपों से जगमग किया गया। बच्चों व खिलाड़ियों द्वारा भारत का नक्शा, सेना के जवान की छाया व अन्य की प्रतिरूप तैयार उसे दीपों से सजाया गया। इसके साथ ही जमकर आतिशबाजी भी की गई।
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दुकानें खुली, ग्राहकों का रहा टोटा
- पर्व के तीसरे दिन मंगलवार को भी दीपावली का खुमार बाजार पर साफ तौर से देखा गया। कहने को अधिकतर दुकानें तो खुलीं रही लेकिन ग्राहकों का टोटा बना रहा। दीपावली रविवार को थी। देर रात तक आतिशबाजी के बाद सोमवार को बाजार में बंदी जैसी स्थिति रही। अधिकतर दुकानों, प्रतिष्ठानों के शटर डाउन रहे। इस दौरान लोग एक दूसरे से मिलने मिलाने तथा पर्व की बधाईयों का आदान प्रदान करने में जुटे रहे। उम्मीद जताई जा रही थी कि मंगलवार को बाजार की रौनक लौटेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जो दुकानें खुली भी उस पर भी ग्राहकों की संख्या नदारद रही।