बिटिया बनी पुलिस तो ग्रामीणों ने उतारी गंगा की आरती
गरीबी बेबसी और लाचारी के बीच यदि परिवार में खुशी का पल आने पर परिजनों का हौसला सातवें आसमान पर पहुंच गया। राजगीर का कार्य कर पांच बेटों और तीन बेटियों की परवरिश कर रहे परिवार के बीच ऐसी ही खुशी देखी गयी। उसके एक बेटी का चयन उप्र पुलिस में चयन होने की सूचना मिलते ही पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
जासं, गोपीगंज (भदोही) : गरीबी बेबसी और लाचारी के बीच परिवार में खुशी का पल आने पर परिजनों का हौसला सातवें आसमान पर पहुंच गया। राजगीर का कार्य कर पांच बेटों और तीन बेटियों की परवरिश कर रहे परिवार के बीच ऐसी ही खुशी देखी गई। एक बेटी का चयन उप्र पुलिस में चयन होने की सूचना मिलते ही पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
क्षेत्र के रामपुर घाट निवासी दयाराम वर्मा गरीबी का हालात में आठ बच्चों की परवरिश किसी तरह कर रहा था। मजदूरी कर किसी तरह तीन बेटियों में छोटी बेटी सीमा की पढ़ाई कराई। मेधावी बेटी ने पिता के अरमान को अंतत: पूरा कर दिया। सीमा ने लगन से संत विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से हाईस्कूल तथा इंटर की पढ़ाई करने के बाद जंगीगंज स्थित राम देव डिग्री कालेज से बीएससी किया। बरेली के पुलिस लाइंस से पुलिस की नौकरी पाकर जब वर्दी में घर लौटी तो पूरे गांव में जश्न का माहौल हो गया। परिजनों सहित ग्रामीणों ने रामपुर घाट स्थित गंगा के किनारे मां गंगा का विधि पूजन अर्चन कर गाजे-बाजे के साथ गंगा मां की आरती कराई गई तथा ग्रामीणों में मिठाइयां भी बांटी गई।