कट प्वाइंट बंद, जाम ने रुलाया
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो के हंडिया-राजातालाब खंड पर चल रहे सिक्सलेन निर्माण के बाबत आए दिन प्रमुख चौराहों, तिराहों, हाट बाजारों के बीच आर-पार होने के लिए बनाए गए कट प्वाइंटों के बंद कर दिए जाना अब जाम ही नहीं वरन बड़े वाहनों पर मानों आफत सी आ गई है। निर्माण के बाबत न तो एनएचएआई ही इस पर समुचित कदम उठा पा रही है और न निर्माण एजेंसी। आवागमन व्यवस्था को राम भरोसे छोड़ दिए जाना कार्यप्रणाली में शुमार होती
बाबूसराय (भदोही) : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो के हंडिया-राजातालाब खंड पर चल रहे सिक्सलेन निर्माण के बाबत आए दिन प्रमुख चौराहों, तिराहों, हाट बाजारों के बीच आर-पार होने के लिए बनाए गए कट प्वाइंटों के बंद कर दिए जाना अब जाम का कारण ही नहीं वरन बड़े वाहनों पर मानों आफत सी आ गई है। निर्माण के बाबत न तो एनएचएआइ ही इस पर समुचित कदम उठा पा रही है और न निर्माण एजेंसी। आवागमन व्यवस्था को राम भरोसे छोड़ दिए जाना कार्यप्रणाली में शुमार होती जा रही है। ऐसा ही कुछ नजारा शुक्रवार को पूर्वी छोर स्थित बाबूसराय व कछवां के मध्य देखने को मिला जहां बंद कट पर एक ओवरलोड वाहन का फंस जाना पूरे दिन वाहन सवारों समेत आमजन को भी हलकान होकर रह जाना पड़ा। अंतत: प्राधिकरण ने पोकलैंड मशीन लगवाकर घंटों मशक्कत के बाद ही आवागमन शुरू करा पाने में सफलता पाई।
अवगत हो कि खंड पर चलने वाले सिक्सलेन निर्माण के बीच आवागमन को सुचारु रखने में प्राधिकरण पूरी तरह से फिसड्डी ही नजर आ रहा है। निर्माण कार्य को जल्दबाजी में पूर्ण कराने की मची होड़ ने जहां-तहां कट प्वाइंटों को आए दिन बंद कराकर वैकल्पिक व्यवस्था न कर पाना आवागमन करने वालों के लिए किसी बहुत बड़ी मुसीबत से कम नहीं साबित हो रही है। यदि पश्चिमी छोर पर भी नजर डाला जाय तो गोपीगंज बाजार, पड़ाव क्षेत्र व मीरजापुररोड तक आवागमन की व्यवस्था पूर्णतया जोखिमभरा ही बना हुआ है। पूर्वी छोर के औराई, महाराजगंज व बाबूसराय के पास तो नजारा कुछ और देखने को मिलता है। यदि प्राधिकरण तथा निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण के बाबत आवागमन को दुरुस्त न रखा गया तो स्थिति और ही भयावह होकर रह जाएगी। बाजारवासियों ने अविलंब वैकल्पिक व्यवस्था कराने की मांग की है।