तहसील कार्यालय में कम्युनिटी किचन सेंटर स्थापित
शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासन लाकडाउन के दौरान अनवरत तैयारियों में जुटा है। इस क्रम में रविवार को तहसील कार्यालय परिसर में कम्यूनिटी किचन सेंटर व सेल्टरहोम कायम कर दिया गया। किचन में ढाई सौ लोगों का खाना तैयार कर जरूरतमंद बस्तियों में वितरण किया गया। इसके अलावा व्यवसायियों व सामाजिक संगठनों के माध्यम से मिले खाने के 620 पैकेट विभिन्न गांवों व मोहल्लों में वितरित कराया गया। उधर मुसाफिर व आश्रम विहीन लोगों के लिए सेल्टर होम भी स्थापित कर ओढ़ने बिछाने की व्यवस्था की गई।
जासं, भदोही : लॉकडाउन का पालन कराने साथ ही लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो, प्रशासन हर तरह की तैयारी में लगी है। रविवार को भदोही तहसील कार्यालय परिसर में कम्युनिटी किचन सेंटर व शेल्टर होम स्थापित कर दिया गया। किचन में 250 लोगों का खाना तैयार कर जरूरतमंद बस्तियों में वितरित कराया गया। इसके अलावा व्यवसायियों व सामाजिक संगठनों के माध्यम से मिले खाने के 620 पैकेट विभिन्न गांवों व मोहल्लों में वितरित किया गया। उधर मुसाफिर व आश्रम विहीन लोगों के लिए शेल्टर होम भी स्थापित कर बिस्तर आदि की व्यवस्था की गई। एसडीएम आशीष मिश्रा ने बताया कि प्रथम चरण में सौ लोगों के रहने खाने की व्यवस्था बना दी गई है। कहा कि जरूरत पड़ी तो विद्यालयों को शेल्टर होम में तब्दील किया जाएगा।
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पुलिस व संगठन के लोगों ने बांटी खाद्य सामग्री
शहर कोतवाल श्रीकांत राय ने हिम्मतपुर बकुचियां, फत्तूपुर, हरियावं, जलालपुर सहित विभिन्न गांवों में जाकर गरीबों को राहत प्रदान करते हुए खाने के 450 पैकेट का वितरण किया। लोगों को हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया गया। उधर रजपुरा चौकी इंचार्ज महेंद्र पटेल ने सर्रोई वनवासी बस्ती व रामपुर जयरामपुर स्थित वनवासी बस्ती में 50 परिवारों को आटा, चावल, आलू, तेल, साबुन व बिस्किट एवं मास्क वितरित किए। मारवाड़ी समाज की ओर सेकाती व्यवसायी धर्मपाल ने कई स्थानों पर भोजन का वितरण किया गया तो हम सब भारतीय हैं टीचर्स ग्रुप से जुड़े शिक्षकों ने जयरामपुर व उधवां गावं में जाकर वनवासी परिवारों को खाद्य सामग्री, साबुल आदि का वितरण किया। जगह-जगह रुके ट्रक चालकों को भी खाद्यान्न पैकेट दिया गया। आलोक श्रीवास्तव, राजीव मौर्या, आशीष बरनवाल आदि थे। इसी तरह नईबाजार निवासी नामवर सिंह ने एसडीएम की पहल पर चौरी क्षेत्र के जमुआ, गिरधरपुर, चकभुइधर गांव स्थित वनवासियों को खाना खिलाया। उनके साथ कानून गो लवकुश कुमार व लेखपाल रविद्र वर्मा आदि थे।