बंद दुकानें और सुनीं पड़ी सड़कें बयां कर रही महामारी की खौफ
कोरोना से चल रही जंग के दौरान बंद दुकानें और सुनीं पड़ी सड़कें महामारी के खौफ को बयां कर रही हैं। पांचवें दिन शनिवार को भी लोग घरों से नहीं निकले। आमतौर पर अपराध की दर में भी कमी आई है। पश्चिमी समाज की सभ्यता के बजाय अपनी सभ्यता एवं संस्कृति पर ज्यादा विश्वास करने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): कोरोना से चल रही जंग के दौरान बंद दुकानें और सुनीं पड़ी सड़कें महामारी के खौफ को बयां कर रही हैं। पांचवें दिन शनिवार को भी लोग घरों से नहीं निकले। आमतौर पर अपराध की दर में भी कमी आई है। पश्चिमी समाज की सभ्यता के बजाय अपनी सभ्यता एवं संस्कृति पर ज्यादा विश्वास करने लगे हैं। हाथ मिलाना छोड़कर अब लोग नमस्कार करने लगे हैं। खानपान में मांसाहारी से शाकाहारी और घर में ही खाना पकाने वाली स्वच्छ जीवन शैली को भी अपनाने लगे हैं।
कोरोना वायरस को महामारी घोषित करते हुए 25 मार्च को पूरे देश को लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। धीरे-धीरे पांच दिन गुजर गए लेकिन लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। किसी भी प्रकार की लोगों को परेशानी न हो इसलिए सब्जी, फल और राशन की दुकानों को भी बड़ी संख्या में लाइसेंस जारी किया है। दुकानदारों को होम डिलीवरी करने का सख्त निर्देश दिया है। स्वास्थ्य टीम भी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी भी चक्रमण कर रहे हैं। इस दौरान तफरी कर रहे लोगों पर कार्रवाई भी कर रही है। पुलिस की सख्ती से बाजारों में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। लोग खुद की सुरक्षा को लेकर काफी चितित हैं।
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लॉकडाउन का उल्लंघन पर 25 के खिलाफ मुकदमा
लॉकडाउन उल्लंघन करने पर पुलिस ने अब तक 15 मामले दर्ज किए हैं। जिसमें 25 लोगों को आरोपित बनाया गया है। 17 आरोपितों की गिरफ्तारी भी की गई है। अब तक 155 वाहनों को सीज किया जा चुका है जबकि 665 वाहनों का चालान किया गया है। अभियान में 23,900 रुपये जुर्माना वसूला गया है। रविवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी कालू सिंह ने बड़ी संख्या में सड़कों पर तफरी कर रहे लोगों पर कार्रवाई की। चेताया कि अपने-अपने घरों में रहें।