जालसाजी कर बदल दी तालाब की नवइयत
जासं भदोही राजस्व अभिलेखों में जालसाजी कर तालाब की नवइयत ही बदल दी गई। भदोही तहसील में यह
जासं, भदोही : राजस्व अभिलेखों में जालसाजी कर तालाब की नवइयत ही बदल दी गई। भदोही तहसील में यह सब कारनामा भूमाफिया और राजस्व कर्मियों की सांठगांठ से हुआ है।
कुरैयां ग्रामसभा के पांच तालाबों को भूमिधरी में दर्ज किए जाने का मामला अधिकारियों के संज्ञान में आते ही जालसाजों की नींद उड़ गई है। मामले की जांच शुरू हो गई है। अवैध रूप से सरकारी जमीन कर नाम दर्ज कराने वालों और इसमें संलिप्त राजस्व कर्मियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अकेले भदोही नगर में तालाब की भूमि पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण करा लिया गया है। दो साल पहले राजस्व परिषद ने सरकारी जमीनों के भौतिक सत्यापन कर कब्जा मुक्त करने का आदेश दिया था। तालाब पर कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया था लेकिन कुछ ही दिन बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। 52 तालाबों को किया गया था चिहित
राजस्व परिषद के निर्देशानुसार क्षेत्रीय लेखपालों ने अपने अपने क्षेत्रों का सर्वे कर अवैध कब्जे वाले 52 तालाबों को चिहित किया था। इसी तरह 67 अन्य सरकारी जमीनों को चिहित किया गया था। हालांकि इसी बीच एसडीएम सहित कई राजस्व कर्मियों के कोरोना पाजीटिव होने व बाद में तहसीलदार के निधन के चलते कार्रवाई नहीं हो सकी । तहसील क्षेत्र में 414 तालाब हैं। लेखपालों के माध्यम से अतिक्रमण के शिकार तालाबों की सूची तैयार कराई गई है। कोरोना काल में कामकाज बाधित होने के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी थी लेकिन जल्द ही अभियान चलाकर सरकारी जमीनों को खाली कराया जाएगा।
-आशीष मिश्रा, एसडीएम भदोही