बदला किसी का नाम तो दर्ज होगी एफआइआर
वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों की ओर से छूटे हुए पात्र लाभार्थियों की उपलब्ध कराई गई सूची में फेरबदल कर ब्लाक कोआर्डिनेटर व आपरेटरों की अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने की कोशिश भारी पड़ सकती है। ऐसी शिकायतें सामने आने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों की ओर से छूटे हुए पात्र लाभार्थियों की उपलब्ध कराई गई सूची में फेरबदल कर ब्लाक कोआर्डिनेटर व आपरेटरों की अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने की कोशिश भारी पड़ सकती है। ऐसी शिकायतें सामने आने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, शासन स्तर से प्रत्येक पात्र परिवार को शौचालय से आच्छादित कर पूरे जिले को खुले में शौचमुक्त करने की योजना है। ऐसे में जो परिवार शौचालय से वंचित रह गए थे उनकी भी सूची ग्राम पंचायतों के जरिए प्राप्त कर फीड कराई गई थी। अब तमाम गांवों से ऐसी शिकायतें आने लगी है कि पहली सूची में उनका नाम था बाद में कट गया। या फिर उनके नाम की जगह किसी दूसरे का नाम शामिल कर दिया गया। इस तरह की उठती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विभाग की ओर से सभी ब्लाक कोआर्डिनेटर व कंप्यूटर ऑपरेटरों को सख्त हिदायत दी गई है कि सूची में किसी तरह का कोई परिवर्तन न करें। स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक डॉ सरोज पांडेय ने चेताया है कि ग्राम पंचायतों की फी¨डग के समस्त लाभार्थियों के नामवार डेटा जनपद पर सुरक्षित है। ऐसे में यदि किसी भी स्तर पर उन डेटा में परिवर्तन पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध एफआईआर तक दर्ज कराकर कार्रवाई की जाएगी। बताया कि जिस भी सेट से डेटा बदला जाएगा उसे आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। किसी भी दशा में यदि कोई नाम बदलना है कि उच्चाधिकारियों के अनुमोदन प्राप्त करके ही बदला जा सके।